सुपौल. लोन माफी आंदोलन के बैनर तले बुधवार को सदर प्रखंड अंतर्गत लखनीपट्टी ग्राम में एक महत्वपूर्ण जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कृष्णदेव यादव ने की, जबकि मुख्य वक्ता के रूप में लोरिक विचार मंच के प्रदेश संयोजक डॉ अमन कुमार उपस्थित थे. जनसंवाद को संबोधित करते हुए डॉ अमन कुमार ने कहा कि लोन माफी आंदोलन बिहारवासियों के लिए समय की मांग है. यह आंदोलन उन लोगों की आवाज है जो वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं और ऋण चुकाने में असमर्थ हैं. किसान, मजदूर, बेरोजगार छात्र-छात्राएं, महिलाएं और युवा सभी वर्ग इस बोझ से पीड़ित हैं. कहा कि फाइनेंस कंपनियों के रिकवरी एजेंट द्वारा की जा रही प्रताड़ना से कर्जदार घर छोड़ने पर मजबूर हैं. कई मामलों में मानसिक दबाव के कारण आत्महत्या तक की नौबत आ चुकी है. ऋणी परिवारों का सामाजिक सम्मान भी खतरे में पड़ गया है. कहा कि महिलाओं के समूह ऋण पर 12 प्रतिशत से अधिक ब्याज दर अन्यायपूर्ण है, जिसे चुका पाना असंभव हो गया है. आरबीआई के प्रावधानों के अनुसार, आर्थिक रूप से असमर्थ लोगों को ऋण माफी का अधिकार प्राप्त है और यह गरीबों का मौलिक हक है. यह आंदोलन किसी जाति, धर्म या राजनीतिक दल के विरोध या समर्थन में नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य केवल ऋणग्रस्त गरीब परिवारों को इंसाफ दिलाना है. मौके पर बृजकिशोर यादव, मो अयूब, प्रदीप शर्मा, कार्तिक शर्मा, विजय कुमार झा, भगवान दत्त यादव, रामचन्द्र यादव, प्रकाश यादव, मीरा देवी, चन्द्रकला कुमारी, श्यामसुन्दर यादव, राजीव कुमार, सुभाष यादव, दिनेश यादव, मिथिलेश कुमार यादव, यदुनन्दन यादव आदि शामिल रहे.
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