सुपौल. सुपौल विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस नेता मिन्नत रहमानी ने मरौना प्रखंड की उपेक्षा पर तीखा हमला बोला है. मरौना प्रखंड के विभिन्न पंचायतों और गांवों के दौरे के बाद उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है जैसे मरौना सुपौल जिले का हिस्सा नहीं, बल्कि बाहर का कोई क्षेत्र हो. उन्होंने कहा कि विगत तीस वर्षों में जन प्रतिनिधियों ने सत्ता का सुख तो प्राप्त किया, लेकिन मरौना को बुनियादी सुविधाएं देने में विफल रहे. उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय विधायक और मंत्री यदि वाकई मरौना के विकास के प्रति ईमानदार होते, तो बैरिया मंच से मरौना के बीच पुल का निर्माण करवा कर दो घंटे की दूरी को मात्र 20 मिनट में बदला जा सकता था. रहमानी ने कहा, मरौना के लोगों को जिला मुख्यालय, सदर अस्पताल या पुलिस अधीक्षक कार्यालय जाने में घंटों सड़क पर बिताना पड़ता है, जो अत्यंत पीड़ादायक है. यदि महागठबंधन की सरकार बनी तो मरौना-सुपौल एक्सप्रेसवे का निर्माण हमारी प्राथमिकता होगी. क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सुपौल के मरीज पटना जाकर अस्पतालों के चक्कर काटते हैं, लेकिन कोई जनप्रतिनिधि उनकी मदद को सामने नहीं आता. कमरैल पंचायत के सिरखरिया चौक से आनंद मेडिकल तक की जर्जर सड़क का निरीक्षण करते हुए उन्होंने बताया कि इसके शीघ्र निर्माण को लेकर जिला प्रशासन से आग्रह किया गया है. इस जनसंपर्क कार्यक्रम में कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष महेश्वर प्रसाद यादव, मनोज कुमार, राजेंद्र यादव, रवींद्र कुमार ठाकुर, प्रभु यादव, जय प्रकाश ठाकुर, रमन ठाकुर, सुंदर ठाकुर, शिवनंदन यादव, रामअवतार यादव, पप्पू यादव, अनंत कुमार यादव, प्रमोद यादव, सोनू आज़ाद, मो सरफराज, ज्योतिष यादव, फेकू मिस्त्री, मो इशरत, दिवाकर कुमार, प्रशांत यादव, शम्भु सिंह, मनोज मिश्रा और मो अबु कैश आदि मौजूद थे.
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