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ढाई वर्ष से सिर्फ गपबाजी कर रही भाजपा : िवजेंद्र

उपेक्षा. रेल निर्माण के लिए अपेक्षित राशि नहीं दे रहा केंद्र अमान परिवर्तन के लिए केंद्र सरकार द्वारा सुपौल जिले को अपेक्षित राशि उपलब्ध नहीं करायी गयी है. जिसके कारण जिले में अमान परिवर्तन व रेल की अन्य योजनाओं का कार्य ठप पड़ा हुआ है. सुपौल : रेल अमान परिवर्तन के लिए केंद्र सरकार द्वारा […]

उपेक्षा. रेल निर्माण के लिए अपेक्षित राशि नहीं दे रहा केंद्र

अमान परिवर्तन के लिए केंद्र सरकार द्वारा सुपौल जिले को अपेक्षित राशि उपलब्ध नहीं करायी गयी है. जिसके कारण जिले में अमान परिवर्तन व रेल की अन्य योजनाओं का कार्य ठप पड़ा हुआ है.
सुपौल : रेल अमान परिवर्तन के लिए केंद्र सरकार द्वारा सुपौल जिले को अपेक्षित राशि उपलब्ध नहीं करायी गयी है. जिसके कारण जिले में अमान परिवर्तन व रेल की अन्य योजनाओं का कार्य ठप पड़ा हुआ है. केंद्र की भाजपा सरकार गत ढाई वर्षों से महज गपबाजी कर रही है. जिसके कारण विकास की गति अवरुद्ध है.
भाजपा पूंजीपतियों की सरकार है. यह बातें बिहार सरकार के ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने सोमवार को जदयू द्वारा स्थानीय रेलवे स्टेशन पर आयोजित जन सभा को संबोधित करते हुए कही. लंबित रेल परियोजना को पूर्ण करने की मांग को लेकर आयोजित सभा को संबोधित करते मंत्री श्री यादव ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा वर्ष 2003 में निर्मली में सहरसा-फारबिसगंज एवं सरायगढ़-सकरी रेलखंड में अमान परिवर्तन का शिलान्यास किया गया था. उस समय रेल मंत्री नीतीश कुमार ही थे. बावजूद भाजपा सरकार उनके ही नेता के द्वारा शुरू किये गये कार्य को पूर्ण करने में कोताही बरत रही है. मंत्री ने कहा कि रेल परियोजना के लिये जिले में अपेक्षित राशि नहीं दी जा रही है.
रेल मंत्री को इस समस्या से कराया था अवगत
सहरसा-फारबिसगंज व सकरी रेल लाइन की कुल लंबाई 206 किलोमीटर है. जिसके लिये 1209 करोड़ की आवश्यकता है. महज 338 करोड़ खर्च हुए हैं. बांकी महज 100 करोड़ रुपये इस वर्ष दिये गये हैं. वहीं रेल महासेतु में 425 की जगह 320 करोड़ एवं अररिया-सुपौल नयी रेल लाइन के लिये प्रस्तावित 1196 करोड़ रुपये की जगह महज 02 करोड़ रुपये उपलब्ध कराये गये हैं. जबकि यह रेलखंड नेपाल सीमा पर रहने की वजह से सामरिक दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण है.
उन्होंने कहा कि आजादी के 70 साल बाद भी अंगरेजों द्वारा पूर्व में बनाये गये प्रतापगंज से भीमनगर महज 12 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का रेल मंत्रालय द्वारा अब तक निर्माण नहीं कराया गया है. मंत्री ने बताया कि उन्होंने रेल मंत्री सुरेश प्रभु से मिल कर उन्हें समस्याओं से अवगत कराया है. आगामी 02 नवंबर को उनके साथ पुन: बैठक है, जिसमें वे इस समस्या को जोरदार ढ़ंग से उठायेंगे. जदयू जिलाध्यक्ष रामविलास कामत की अध्यक्षता में आयोजित सभा को पूर्व विधायक दिलेश्वर कामैत व लखन ठाकुर, प्रदेश उपाध्यक्ष अमर कुमार चौधरी, पूर्णिया जिलाध्यक्ष महबूज असरफ, सहरसा जिलाध्यक्ष धनिक लाल मुखिया, युगल किशोर अग्रवाल, राजेंद्र प्रसाद यादव आदि ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर बड़ी संख्या में जदयू कार्यकर्ता व स्थानीय नागरिक मौजूद थे.
सभा को संबोधित करते ऊर्जा मंत्री व सभा में मोजूद हजारों कार्यकर्ता.
सभा को संबोधित करते विधान परिषद के उप सभापति मो हारूण रशीद ने कहा कि जदयू ने हमेशा जन हित के मुद्दे को उठाने का काम किया है. यही वजह है कि जदयू द्वारा रेल समस्या को लेकर चार दिवसीय पद यात्रा का कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें हजारों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. वहीं जनता ने भी अपार समर्थन प्रदान किया.
एमएलसी श्री रशीद ने मौके पर ऊर्जा मंत्री श्री यादव को सुपौल का विश्वकर्मा बताते हुए उनके उपलब्धियों को विस्तार से बताया. कहा कि रेल मंत्री प्रभु हैं, तो हमारे नेता भी विश्वकर्मा हैं. विश्वकर्मा की बातों को प्रभु को मानना ही होगा. विधायक अनिरूद्ध प्रसाद यादव ने भी रेल संबंधी समस्याओं के दूर होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही.
वहीं ऊर्जा मंत्री द्वारा इस दिशा में किये जा रहे प्रयास की भी चर्चा की है.
सहरसा-फारबिसगंज व सकरी रेल लाइन की कुल लंबाई 206 किलोमीटर है. जिसके लिये 1209 करोड़ की आवश्यकता है. महज 338 करोड़ खर्च हुए हैं. बांकी महज 100 करोड़ रुपये इस वर्ष दिये गये हैं.

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