27.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बोलेरो व बाइक की टक्कर में एक जख्मी

जदिया : अररिया-भपटियाही एनएच-327इ पर शनिवार को जेबीसी चौक के समीप एक बोलेरो व बाइक की टक्कर में बाइक चालक गंभीर रूप से जख्मी हो गया. जानकारी अनुसार त्रिवेणीगंज निवासी राजीव कुमार अग्रवाल अपनी पत्नी के साथ अपनी निजी वाहन डब्लू बी-74एम/7638 नंबर की लाल रंग की बोलेरो से कटिहार से अपने घर त्रिवेणीगंज आ […]

जदिया : अररिया-भपटियाही एनएच-327इ पर शनिवार को जेबीसी चौक के समीप एक बोलेरो व बाइक की टक्कर में बाइक चालक गंभीर रूप से जख्मी हो गया. जानकारी अनुसार त्रिवेणीगंज निवासी राजीव कुमार अग्रवाल अपनी पत्नी के साथ अपनी निजी वाहन डब्लू बी-74एम/7638 नंबर की लाल रंग की बोलेरो से कटिहार से अपने घर त्रिवेणीगंज आ रहा था. जैसे ही बोलेरो जेबीसी चौक के समीप पंहुची. विपरीत दिशा से अपनी बाइक से जेबीसी की ओर जा रहे परसागढ़ी निवासी जितेंद्र पोद्दार का 18 वर्षीय पुत्र चंचल कुमार बोलेरो से टकरा गये.

इससे चंचल कुमार गंभीर रूप से जख्मी हो गया. आनन फानन में ग्रामीणों के सहयोग से जख्मी युवक को पीएचसी भरगामा ले जाया गया. जहां चिकित्सक द्वारा प्राथमिकी उपचार के बाद उन्हें बेहतर उपचार के लिए बिराटनगर भेज दिया. इधर घटना की जानकारी मिलते ही थानाध्यक्ष रजनीश केशरी पुलिस बल के साथ भरगामा पीएचसी पहुंचकर घटना की जानकारी ली एव बोलेरो को जब्त करते हुए चालक शिवेंद्र प्रसाद सिंह को हिरासत में ले लिया.

प्रथम गुरु पूज्यते, की परंपरा में हो रहा ह्रास
शिक्षक दिवस शिक्षा के व्यवसायीकरण का शिक्षकों के सम्मान पर दिख रहा है प्रभाव
परिवर्तन के दिग्दर्शक और नये समाज के सृजक माने जाने वाले शिक्षकों के सामाजिक बोध का लोहा हर युग में माना जाता रहा है. भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की को तेज करने में देश के अनेक शिक्षकों की महती भूमिकाएं रही है. लेकिन वर्तमान में शिक्षकों का स्वरूप गरिमामयी नहीं दिखाई पड़ता है. कई ऐसे शिक्षक हैं, जिन्होंने अध्यापन को मात्र जीवकोपार्जन का साधन मान शिक्षा को महज व्यवसाय बना कर रखा है.
रविवार को उपहार की खरीदारी करते छात्र.
शिक्षकों के लिए शिक्षक दिवस एक यादगार दिन होता है, जो देश के पूर्व राष्ट्रपति एवं महान शिक्षाविद् डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के मौके पर पूरे देश में पांच सितंबर को मनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि शिक्षक राष्ट्र के भविष्य निर्माता होते हैं और वे छात्रों की प्रतिभा को तराशने का काम करते हैं. यही कारण है कि उन्हें श्रद्धा एवं आदर की नजरों से देखा जाता है. लेकिन प्रथम गुरु पूज्यते की परंपरा में पहले की अपेक्षा काफी गिरावट आ गयी है. जिसकी मुख्य वजह शिक्षा का व्यवसायीकरण होना माना जाता है.
गिफ्ट के लिए दुकानों पर दिखी भीड़: वैसे किसी भी मौके पर उपहार देने की परंपरा पुरानी रही है. लेकिन शिक्षक दिवस पर छात्रों द्वारा शिक्षकों को उपहार देने का खास महत्व है. गुरु को सम्मानित करने के लिए रविवार को बाजार में गिफ्ट की दुकानों में छात्र छात्राओं की भीड़ लगी रही.सबेरे से ही छात्र व छात्राएं अपने गुरु के लिए उपहार खरीदने में व्यस्त नजर आये.छात्रों ने अपनी क्षमता के अनुसार जमकर उपहार की खरीददारी की.
मरजी के अनुसार करते हैं क्लास: अब कॉलेज में छात्र अपनी पसंद के अनुसार क्लास करते दिखते हैं. ऐसे कई शिक्षक जिनकी क्लास उनके लिए अहम होती है उसे छात्र किसी भी हालत में नहीं छोड़ते हैं. वहीं जिसमें उनका मन नहीं लगता वैसी क्लास करने से वे परहेज करते दिखते हैं.
कहते हैं छात्र-छात्राएं
छात्र रूपेश कहते हैं कि शिक्षक दिवस को लेकर वे काफी उत्साहित हैं और इसकी तैयारी में वे पूर्व संध्या से ही जुटे हैं. लेकिन वे अपने गुरु को क्या उपहार दें इसको लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है. वहीं ब्रजेश कुमार कहते हैं कि जन्म के बाद शिक्षक ही उन्हें शिक्षा देकर संस्कारित करते हैं और सही दिशा दिखलाते हैं. इसलिए शिक्षक दिवस पर उन्हें कुछ भेंट करने का हमारा भी कुछ दायित्व बनता है. कोमल कहती है कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता हैं जो ज्ञान की ज्योति जलाते हैं. वे दिन रात कड़ी मेहनत कर बच्चों के जीवन को तरासने का काम करते हैं.
ऐसे महान गुरु को सम्मानित करने का यही एक सुनहरा अवसर मिलता है. जिसकी तैयारी वे पूरी कर चुके हैं. वहीं आरती कुमारी ने शिक्षक के सम्मान में इन पंक्तियों का उल्लेख किया ‘हंसना गंवारा नहीं लगता, हर मुसाफिर जिंदगी का सहारा नहीं होता, मिलते हैं जिंदगी में लोग बहुत, पर गुरु जैसा कोई सहारा नहीं होता ‘. उसने कहा कि इस पुनीत अवसर के लिए वह उपहार खरीद चुकी है और अब उसे भेंट करने का इंतजार है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें