सुपौल : शहर के नौ आना कचहरी रोड स्थित ससुराल में फंदे पर लटकती मिली नव विवाहिता के शव के मामले में नया खुलासा हुआ है. दहेज लोभी ससुराल वालों ने साजिश रच कर पहले तो गुड़िया की हत्या कर दी और फिर हत्या के इस मामले को आत्महत्या का रूप देने के लिए नव विवाहिता के शव को साड़ी के फंदे से पंखा में लटका दिया. यह खुलासा मृतका के पिता फागु मुखिया द्वारा सदर थाना पुलिस को दिये गये फर्द बयान से हुआ है.
इस हत्याकांड के तफ्सीश में जुटी पुलिस भी इस पूरे प्रकरण को रहस्यमय मान रही है. वहीं मृतका के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद मंगलवार की देर रात शव का दाह संस्कार संपन्न करवाया गया. इस मामले को लेकर मृतका के पिता के फर्द बयान पर सदर थाना में 321/16 दर्ज किया गया है. घटना के उद्भेदन के तुरंत बाद हिरासत में लिए गये मृतका के ससुर सुरेश सहनी, सास किरण देवी व ननद जूली कुमारी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस इस कांड के मुख्य आरोपी मृतका के पति और देवर की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी हुई है.
सोमवार की रात हुई थी वारदात
गुड़िया भारती हत्याकांड का खुलासा भले ही मंगलवार की संध्या हुई, लेकिन इस वारदात को सोमवार की देर रात ही अंजाम दिया गया. सोमवार की रात्रि गुड़िया के सोने के बाद उसे घर के किसी भी सदस्य ने नहीं देखा. मंगलवार की संध्या कमरे से बस गुड़िया की लाश ही बाहर निकली. ज्ञात हो कि गुड़िया भारती के ससुर सुरेश सहनी का नौ आना कचहरी रोड के बाद चंद्रा टॉकिज गली में भी आवास है. मौके पर सुरेश सहनी अपनी पत्नी और छोटे पुत्र के साथ रहते हैं. घटना स्थल पर निचले हिस्से में आइसक्रीम फैक्ट्री संचालित है. ऊपरी तल पर गुड़िया अपने पति और ननद के साथ रहती थी. सोमवार की रात्रि गुड़िया का पति नहीं था. पति की अनुपस्थिति में गुड़िया अपनी ननद जूली के साथ पुराने आवास से खाना खाने के बाद करीब नौ बजे रात्रि में लौट आयी थी. पुलिस को मृतका की ननद जूली ने बताया कि मंगलवार की सुबह उसने एक बार भी गुड़िया को कमरे से बाहर निकलते नहीं देखा. वहीं जब पुलिस ने गेट तोड़ कर शव को बाहर निकाला तो गुड़िया का शव पूरी तरह अकड़ चुका था.
पहले भी हुआ था हत्या का प्रयास
दहेज प्रताड़ना को झेल रही मासूम गुड़िया की हत्या का पूर्व में भी प्रयास किया गया था. दहेज लोभी ससुराल वालों के द्वारा गत 24 मई को केरोसिन छिड़क कर गुड़िया को जिंदा जलाने का प्रयास किया गया था, लेकिन गुड़िया की चीख पुकार सुन कर पड़ोसियों के पहुंच जाने के बाद इस अबला की जान बच पायी थी. इस बाबत 30 मई को महिला थाना में आवेदन दे कर गुड़िया द्वारा न्याय की गुहार लगायी गयी थी. महिला थाना में ससुराल वालों द्वारा क्षमा मांगने और आगे से प्रताड़ित नहीं करने के एकरारनामे के बाद घर बसने की उम्मीद में एक बार फिर गुड़िया इन दहेज दानवों के बीच आ फंसी.गुड़िया के पिता फागु मुखिया ने बताया कि गुड़िया हर हाल में अपना घर बसाना चाहती थी. 24 मई की घटना के बाद जब हम लोगों ने संबंध तोड़ने की बात की तो गुड़िया फफक-फफक कर रोने लगी.
गुड़िया के मोबाइल से किसने की छेड़खानी
इस वारदात का राज खोल सकता था, लेकिन गुड़िया के मोबाइल के साथ की गयी छेड़छाड़ इस मामले के उद्भेदन को पुलिस के लिए और भी जटिल बना दिया है. मृतका के तकिया के नीचे से पुलिस ने उसका मोबाइल बरामद किया. जिसका नंबर 7484080379 है, लेकिन गुड़िया के मोबाइल से फोन रिकॉर्ड गायब हैं. केवल मिस्ड कॉल में सोमवार की रात्रि करीब पौने नौ बजे उसके पति के नंबर से पांच कॉल का रिकॉर्ड शेष है. वहीं इस मोबाइल से डायल नंबर और रिसीव नंबर गायब है. पुलिस का मानना है कि मोबाइल से सोमवार की रात्रि ही सभी रिकॉर्ड को डिलिट किया गया है.
पुलिस इस प्रकरण के विभिन्न पहलुओं पर अनुसंधान कर रही है. मृतका के फरार पति व देवर को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.
राम इकबाल यादव, थानाध्यक्ष सह सदर इंस्पैक्टर, सुपौल