भागलपुर, अंजनी कुमार कश्यप: नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. जहां छठी की एक मासूम छात्रा को शिक्षक ने इतनी कड़ी सजा दी कि उसकी हालत गंभीर हो गई. उठक-बैठक करवाते-करवाते छात्रा बेहोश होकर गिर पड़ी और उसके मुंह से झाग निकलने लगा. इस घटना के बाद छात्रा के परिजन गुस्से में हैं और विद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है.
मिन्नतें करती रही छात्रा लेकिन नहीं माने शिक्षक
आदर्श मध्य विद्यालय धरहरा में एक छात्रा को शिक्षक ने 101 बार कान पकड़कर उठक-बैठक की सजा दी. छात्रा ने मिन्नतें कीं कि वह यह नहीं कर पा रही, लेकिन शिक्षक नहीं माने और 202 बार और करने को कह दिया.
अचानक बेहोश होकर गिर पड़ी छात्रा
अत्यधिक थकान के कारण छात्रा अचानक बेहोश होकर गिर पड़ी. उसके मुंह से झाग निकलने लगा. साथियों और ग्रामीणों का कहना है कि तब भी शिक्षक ने हालात गंभीर होने तक सजा रोकने की जरूरत नहीं समझी. परिजनों ने छात्रा को पहले घर ले जाकर संभालने की कोशिश की लेकिन हालत बिगड़ने पर नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया. डॉक्टरों ने छात्रा को गंभीर स्थिति में पाकर भागलपुर रेफर कर दिया.
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उठक-बैठक करवाते-करवाते बेहोश कर दिया: परिजन
परिजनों का बड़ा आरोप है कि स्कूल की प्रभारी प्रधानाध्यापिका ने भी गंभीरता नहीं दिखाई. कहा गया कि बच्ची को घर ले जाए. लेकिन मामले की तुरंत रिपोर्ट नहीं की गई. विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापका ने कहा है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. दोषी पाए जाने पर शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. परिजनों ने थाना में लिखित आवेदन दिया है. छात्रों को अनुशासित करना जरूरी है. लेकिन अमानवीय दंड किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं है.
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