प्रतिनिधि, सीवान. शराबबंदी के बावजूद भी जिले में शराब की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही. यूपी की सीमा से सटे इस जिले में तस्करों पर नकेल कसने के लिए दरभंगा-सह-सारण प्रमंडल के मद्य निषेध उपायुक्त दीनबंधु पिछले पांच दिनों से डेरा डाले हुए हैं. लेकिन तस्करी खुलेआम जारी है. है. हाल ही में उत्पाद आयुक्त सह महानिरीक्षक निबंधन अंशुल अग्रवाल ने पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर शराब माफियाओं पर सीसीए लगाने और छापेमारी तेज करने सहित चेकपोस्टों एवं उत्पाद थानों का नियमित अनुश्रवण करने का निर्देश दिया था. आंकड़ों के मुताबिक जिले में शराब के विरुद्ध कार्रवाइयों में 35290 स्थानों पर छापेमारी, 6586 लोगो की गिरफ्तारी, 5378 प्राथमिकी दर्ज करते हुए 1113316 लीटर शराब बरामद की गई हैं. फिर भी, तस्करी का जाल कमजोर नहीं पड़ा. यूपी सीमा और स्थानीय मिलीभगत इसके मुख्य कारण हैं. . सरकार ने खोजी कुत्तों और वाहन जब्ती जैसे कदम उठाए, लेकिन स्थानीय स्तर पर तस्करी जारी हैं. नही होती हैं शराब तस्करों की गिरफ्तारी- उत्पाद विभाग में सदर थाना की बात की जाय तो तकरीबन 14 पदाधिकारी तैनात हैं. जो सुबह और शाम अपनी टीम को लेकर शराब के विरुद्ध छापेमारी करने में व्यस्त रहते हैं. लेकिन फरार तस्करों की गिरफ्तारी नही कर पाते हैं. यही कारण हैं कि शराब तस्कर आरोपी होने के बाद भी वह खुलेआम चौक चौराहों पर घूमते रहते है. बोले पदाधिकारी- शराब की बरामदगी के लिए छापेमारी की जा रही हैं. तस्करों को गिरफ्तार भी किया जा रहा हैं. वहीं बॉर्डर पर भी सख्ती से जांच चल रही है. शशांक वर्मा, उत्पाद अधीक्षक, सीवान
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