प्रतिनिधि ,मैरवा. सरकार खेल को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में खेल मैदान का निर्माण शुरू करा दिया है. प्रखंड के आठ पंचायतों में बनने वाले खेल मैदानों में कबीरपुर, बभनौली व मुड़ियारी पंचायत में चिह्नित भूमि विवादित होने के कारण यहां खेल मैदान बनाने की योजना को निरस्त कर दिया गया है. अब इसके लिए अलग से स्थल को चिन्हित किया जायेगा. वहीं बड़गांव व बड़का मांझा में खेल मैदान का निर्माण कार्य 80 प्रतिशत तो सेवतापुर में 50 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है. मनरेगा के तहत खेल मैदान का निर्माण लगभग 10 लाख रुपये में बनाया जा रहा है. खेल मैदान में आठ फुट का रनिंग ट्रैक, बास्केट बॉल, बैडमिंटन, बॉलीबाल का अलग अलग कोट रहेगा. कार्यक्रम पदाधिकारी ने बताया कि तीन पंचायतों में बनने वाले खेल मैदान को भूमि विवाद को लेकर कैंसिल कर दिया गया है. खेल मैदान बनाने में इन बातों को रखा जायेगा ध्यान मनरेगा के तहत बनने वाले खेल मैदान दो तरह के होंगे. एक खेल का मैदान एक एकड़ से अधिक जमीन पर बनेगा. जबकि दूसरा एक एकड़ में बनाने का प्रावधान है. एक खेल मैदान का बजट 9 लाख 12 हजार जबकि दूसरे का बजट 9 लाख 90 हजार रुपये तय किया गया है. खेल मैदानों में पौधरोपण, मैदान के चारों तरह कटीले तारों से घेरा बनाया जायेगा. पेयजल, चेंजिंग रूम पुरुष महिलाओं के लिए, एक स्टोर रूम के साथ वाकिंग या रनिंग ट्रैक, फुटबाल व क्रिकेट के पिच, बास्केटबॉल, ऊंची कूद व लंबी कूद जैसी सुविधाएं उपलब्ध रहेगी. राज्यस्तरीय चुने जाने पर बच्चों को मिलेगा तीन लाख की छात्रवृत्ति- खेल में रुचि रखने वाले सरकारी स्कूल के बच्चों को सरकार एक और महत्वाकांझी योजना लेकर आयी है. यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को संसाधन के अभाव में खेल प्रतिभा को दिखाने के लिए मददगार साबित होगा. सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे को इस योजना के तहत एक मंच प्रदान करेगा. बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के तहत प्रतिभा खोज प्रतियोगिता आयोजित करेगा, जो प्रतियोगिता में राज्यस्तर पर चुन कर आने वाले बच्चों को सरकार प्रेरणा योजना के तहत सालाना तीन लाख रुपये छात्रवृति दी जायेगी.
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