सीवान : बिहार के सीवान जेल में ‘नेम गेम’ का अनोखा मामला सामने आया है. दो कैदियों का नाम एक होने से जेल प्रशासन ने दूसरे कैदी को रिहा कर दिया. मामला प्रकाश में आते ही रिहा किये गये कैदी को पकड़ने की कवायद शुरू कर दी गयी है.
Bihar:A man named Gul Mohammed was released on bail instead of a man with a similar name who was granted bail, due to a clerical error, in Siwan. MA Khan, Advocate of man who was granted the bail says: It was a clerical error, it was not intentional. We can call it 'slip of pen'. pic.twitter.com/EwlXFjnUHm
— ANI (@ANI) July 30, 2019
जानकारी के मुताबिक, बिहार के सीवान जेल में गुल मोहम्मद नाम के दो कैदी बंद थे. इनमें से एक कैदी को अदालत ने जमानत पर रिहा कर दिया. रिलीज ऑर्डर जारी होने के बाद जेल प्रशासन ने जेल में बंद गुल मोहम्मद नाम के दूसरे कैदी को रिहा कर दिया. मामला प्रकाश में आने के बाद जेल प्रशासन के अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया.
रिहा किया गया गुल मोहम्म्द गुठनी थाना क्षेत्र के डकैती कांड में गिरफ्तार हुआ पेशेवर अपराधी है. जेल से बाहर आने के बाद वह फरार है. कोर्ट के निर्देश पर रिहा किये गये अपराधी गुल मोहम्मद की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. पहला गुल मोहम्मद गुठनी के ओदीखोर गांव का निवासी है. ओदीखोर के गुल मोहम्मद ने जमानत के लिए याचिका दाखिल की थी, जिसकी जमानत याचिका अपर जिला न्यायाधीश तृतीय ने खारिज कर दी थी.
हीं, दूसरा गुल मोहम्मद असांव थाना क्षेत्र के सहसरांव गांव का निवासी है. इसने भी जमानत याचिका दाखिल की थी, जिसकी याचिका को मंजूर करते हुए जमानत दे दी गयी. जेल से सहसरांव के गुल मोहम्मद को रिहा किया जाना था, लेकिन जेल प्रशासन की लापरवाही के कारण ओदीखोर का गुल मोहम्मद रिहा कर दिया गया. सहसरांव के गुल मोहम्मद ने जब अपनी रिहाई की सूचना जेल के अधिकारियों के समक्ष रखी, तो मामला प्रकाश में आया.
अधिवक्ता ने कहा, ‘स्लिपऑफपेन‘ है
जेल में बंद गुल मोहम्मद के वकील एमए खान ने कहा है कि ‘ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया है. यह क्लर्क की गलती से हुआ है.’ उन्होंने कहा कि यह एक लिपिकीय त्रुटि थी, इसे हम ‘पेन ऑफ स्लिप’ कह सकते हैं.