सीवान: धरती के भगवान कहे जाने वाले एक डॉक्टर की कारगुजारी सामने आई है. जिस डॉक्टर पर विश्वास कर हम अपनी जिंदगी की डोर को डॉक्टर के हाथ में सौंप देते हैं. वही डॉक्टर पैसा के लोभ में मरीजों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. ऐसा ही एक वारदातबिहारमेंसीवान जिले के सिसवन थाना के ददरे गांव निवासी स्वर्गीय शंभू यादव की पत्नी जानकी कुमार के साथ हुई है. उक्त महिला ने शहर के एक प्रसिद्ध ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ रामजी चौधरी पर आरोप लगाया है कि डॉक्टर ने टूटे पैर की जगह दूसरे पैर का ऑपरेशन कर दिया.
वहीं, डॉक्टर रामजी चौधरी का कहना है कि कथित मरीज ऑपरेशन के लिए मेरे पास आई जिसे चोट लगने के कारण दाहिने पैर का कूल्हे की हड्डी का फ्रैक्चर हो गया था. ऐसा मरीज का कहना था ऑपरेशन के दौरान या पता चला कि मरीज के दाहिने पैर का फ्रैक्चर चोट लगने के कारण नहीं बल्कि पैथोलॉजिकल कंडीशन के चलते हुआ है ऑपरेशन के दौरान मरीज के बांये पैर का एक्स-रे इमेज इंटेंसिफायर के द्वारा किया गया तो पता चला की मरीज के बाएं पैर में भी फ्रैक्चर है क्योंकि मैरिज बेहोश थी. इसलिए मरीज के बाएं पैर का भी ऑपरेशन कर दिया गया, ताकि मरीज को दोबारा बेहोश करके और ज्यादा दिन हॉस्पिटल में ना रहना पड़े. इसलिए मरीज के दोनों ही पैरों का ऑपरेशन सेम टाइम में किया गया ना की दाहिने पैर के बजाय बाएं पैर का ऑपरेशन किया गया. मरीज को जो डिस्चार्ज टिकट दिया गया है. उसमें दोनों पैर के ऑपरेशन का जिक्र है.
इधर, दाहिने पैर का कूल्हे की जगह दूसरे पैर का ऑपरेशन कराने की बात जब घरवालों को पता चला तो वह अपने आप को ठगा सा महसूस करते रहे. परिजनों के अनुसार, जब डॉक्टर के पास फरियाद लेकर गये तो डॉक्टर ने धमकी देकर घर वापस भेज दिया. परिजनों का कहना है कि महिला हैंडपंप पर पानी भरने को गयी थी. उसी क्रम में उसका दाया पैर का कूल्हा टूट गया था. महिला के परिजन महिला का इलाज के लिए सीवान के नामी और सबसे पुराने आर्थो सर्जन डॉक्टर रामाजी चौधरी के पास ले गये. वहां पर डॉक्टर ने बताया कि दाएं पैर में फैक्चर है. डॉक्टर द्वारा बताया गया कि ऑपरेशन करना पड़ेगा, लेकिन ऑपरेशन का पैसा जमा होने के बाद डॉक्टर ने दाएं पैर की जगह बाय पैर ऑपरेशन कर दिया. इसके बाद से महिला का तकलीफ दूर होने के बजाय और बढ़ गयी.

