सीवान : एक तरफ सीवान जिला सूखे की मार झेल रहा है. वहीं दूसरी तरफ जिले से गुजरने वाली सरयू नदी अपने उफान पर है. दिन प्रति दिन सरयू के जल स्तर में हो रही वृद्धि से जगह-जगह तेजी से कटाव हो रहा है.
जिसको लेकर तटवर्ती क्षेत्र के रहने वाले ग्रामीण काफी चिंतित हैं. कुछ ऐसा ही हाल सिसवन प्रखंड क्षेत्र की ग्यासपुर पंचायत के नवका टोला गांव व दरौली प्रखंड का है. यहां से होकर गुजरने वाली सरयू नदी इन दिनों उग्र रूप धारण किये हुई है. तेजी से हो रहे कटाव को देख ग्रामीण दहशत में हैं. अभी तक स्थानीय प्रशासन द्वारा कोई विशेष कदम नहीं उठाया गया है.
बांध की निचले सतह में तेजी से हो रहा है कटाव, अधिकारी अलर्ट
सिसवन से होकर गुजर रही सरयू नदी के पानी का जल स्तर 54.587 पर फिलहाल स्थिर है. बावजूद नदी की तेज धारा से बांध की निचली सतह में तेजी से कटाव हो रहा है. इसको लेकर बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी अलर्ट हैं.
वहीं बांध में हो रहे कटाव को रोकने को लेकर तकरीबन 20 हजार से अधिक बोरों में बालू भरा जा चुका है एवं आये दिन बाढ़ नियंत्रण के अधिकारी ग्यासपुर, भागर, कचनार, सिमसिम पर नजर बनाये हुए हैं. बावजूद बाढ़ विभाग निचली सतह के कटाव को देख अभी से ही बांध के कटाव को रोकने को लेकर अलर्ट है.
गोपालगंज :बराज से 77 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज
गोपालगंज : जल स्तर घटने के साथ ही नारायणी की धारा बौराने लगी है. उग्र होती नारायणी की धारा कटावी रुख तैयार कर सितम ढाने को तैयार दिख रही है.
नेपाल में बारिश थमने के बाद गंडक के जल स्तर में पिछले दो दिनों से कमी आयी है. बराज से पानी के डिस्चार्ज में कमी हो रही है. इसके कारण घटते जल स्तर के साथ नदी की धारा उग्र हो गयी है और शनिवार की शाम से कटाव जारी है. सोमवार को वाल्मीकि नगर बराज से पानी का डिस्चार्ज 77 हजार क्यूसेक रहा.
नदी के कटाव से उत्तरप्रदेश के अहिरौली दान से लेकर विश्वंभरपुर तक कई जगह ठोकर और गाइड बांध पर खतरा उत्पन्न हो गया है. नदी अहिरौली दान के समीप बॉर्डर इलाके में जहां ठोकर को ध्वस्त करने पर तूली है, वहीं विश्वंभरपुर में गाइड बांध को निशाना बना रही है. ऐसे में आसपास के लोगों में भय बना हुआ है.
