बैरगनिया (सीतामढ़ी). बॉर्डर पार नेपाल के रौतहट जिले के गौर नगरपालिका-1 के समीप घास काटने गयी सात किशोरियां बाढ़ के पानी डूब गयीं. इनमें से तीन की मौत हो गई. चार किसी तरह तैर कर जान बचाने में सफल रहीं. घटना सोमवार की है.
रौतहट जिला प्रहरी निरीक्षक सह प्रहरी प्रवक्ता रामकुमार महतो ने बताया कि राजदेवी नगरपालिका -8 निवासी सात किशोरियां चारा के लिए घास काटने गौर नगरपालिका-1 में पहुंची थीं. घास काटने से पहले सभी भारत-नेपाल सीमा पर जमे बाढ़ के पानी में नहाने लगीं. इसी क्रम में सभी डूबने लगीं. चार तैरकर बाहर निकल गईं. इंदल बैठा की पुत्री आस्था कुमारी (13), कमल कुमार यादव की पुत्री रागनी यादव (15) तथा रुपन बैठा की पुत्री मौसमी बैठा (15) गहरे पानी में लापता हो गईं. बाहर निकलीं लड़कियों के शोर मचाने पर पास के लोग व रौतहट जिला प्रहरी, जिला सशस्त्र प्रहरी, भंसार सुरक्षा गार्ड व नेपाल सेना की विपत्ति उद्धार टोली मौके पहुंची. पानी में उनको खोजने लगी.
खोजने के क्रम में तीनों किशोरियों को पानी से बाहर निकाला गया. गौर पुलिस की मदद से तीनों को रौतहट के गौर प्रादेशिक अस्पताल ले जाया गया. वहां चिकित्सकों की टीम ने मृत घोषित कर दिया. अस्पताल पहुंचे उनके माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल है. अस्पताल सूत्रों ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद तीनों के शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा.
मौत को मात देकर बाहर निकलने वाली किशोरियों में राजदेवी नगरपालिका-8 निवासी उमेश राम की पुत्री मुस्कान राम (15), विपत बैठा की पुत्री मुस्कान कुमारी बैठा (13), दिनेश राम की पुत्री चंद्र मुखी राम (10) व जोधन बैठा की पुत्री सुनीता कुमारी बैठा (15) शामिल है. घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया है.
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