रीगा. स्थानीय किसान भवन में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चीनी मिल से जुडे़ केसीसी धारक किसानों एवं बैंकर्स की बैठक संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा, उतर बिहार के संयोजक डॉ आनंद किशोर की अध्यक्षता में हुई. बैठक में बैंक ऑफ इंडिया, मुजफ्फरपुर के उप आंचलिक प्रबंधक लक्षमेश्वर ठाकुर, मुख्य प्रबंधक आंचलिक कार्यालय रिकवरी विभाग नरेंद्र कुमार एवं स्थानीय शाखा प्रबंधक विक्रांत कुमार विशेष रूप से शामिल हुए. आंचलिक प्रबंधक ने किसानों को मामले से संबंधित वस्तु स्थित से अवगत कराया. उन्होंने कहा कि केसीसी धारक 39 सौ किसानों की समस्याओं का समाधान उनकी प्राथमिकता में शामिल है. इसको लेकर वे मुंबई स्थित अपने मुख्यालय के संपर्क में हैं. मुख्यालय को शीघ्र विस्तृत रिपोर्ट भेजकर किसानों को इस ऋणजाल से मुक्त कराने एवं सिविल ठीक कराने के साथ हीं उन्हें बैंक ऑफ इंडिया से केसीसी ऋण एवं अन्य सहयोग दिलाने का प्रयास करेंगे. बताया कि बैंक सभी फ्रोजेन खाता को फ्री कर दिया है. तकनीकी कारणों से कुछ किसानों के खाता की समस्या को स्थानीय प्रबंधक दूर करेंगे. बैंक प्रबंधक विक्रांत कुमार ने कहा कि बैंक से किसानों का संबंध और मजबूत बनाने की दिशा में प्रयास जारी रहेगा. इससे पूर्व किसान नेता प्रो आनंद किशोर ने अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मिल प्रबंधन द्वारा साजिश कर हजारों किसानों को केसीसी में फंसाया गया है. बैठक में किसान जलंधर यदुबंशी, संजीव कुमार सिंह, पारसनाथ सिंह, रामबाबू राय, योगेंद्र प्रसाद यादव, प्रेमचंद सिंह, धीरेंद्र किशोर सिंह, ओम प्रकाश सिंह कुशवाहा, कौशल किशोर सिंह, रमेश प्रसाद सिंह, विमलेश कुमार, शिवचंद्र प्रसाद यादव, गगनदेव महतो, मुकेश प्रसाद यादव, जग्रन्नाथ सिंह, लक्ष्मीनारायण सिंह, रामाशीष प्रसाद यादव, कमलेश्वर विनोद, दिनेश सिंह, चंदन कुमार समेत अन्य किसानों ने अपना विचार व्यक्त किया.
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