सीतामढ़ी. दिल्ली में हुए मुठभेड़ में मारे गए रंजन पाठक और उसके गिरोह ””””सिग्मा एंड कंपनी’ के शूटरों का शव लेने अबतक परिजन नहीं पहुंचे हैं. जबकि, सीतामढ़ी पुलिस ने दिल्ली पुलिस से मिली सूचना के आधार पर परिजनों को गुरुवार को ही इसकी सूचना दे दी थी. फिलहाल एनकाउंटर में मारे गए कुख्यात रंजन पाठक समेत चारों शव को दिल्ली के अस्पताल के मोर्चरी में सुरक्षित रखा गया है. पुलिस के अनुसार, 72 घंटे तक शव को सुरक्षित रखा जायेगा, अगर इसके बाद भी कोई शव लेने नहीं आता है तो शव को डिस्पोजल कर दिया जायेगा. पुलिस के अनुसार, मारे गए शूटरों में तीन शूटर सीतामढ़ी जिले के विभिन्न गांवों के रहने वाले थे. वहीं, एक शूटर शिवहर जिले का निवासी है. पुलिस का कहना है कि परिजन कार्रवाई और बदनामी के डर से सामने नहीं आ रहे हैं. इधर, एनकाउंटर की सूचना के बाद कुख्यात बदमाशों के घरों में भी सन्नाटा पसरा हुआ है. कोई भी सदस्य मीडिया या पुलिस से बात करने को तैयार नहीं है. उधर, पुलिस का कहना है कि मुठभेड़ में सरगना रंजन पाठक के मारे जाने के बाद ‘सिग्मा एंड कंपनी’ गिरोह की कमर टूट गयी है. पुलिस का दावा है कि अब गिरोह की कोई सक्रिय इकाई जिले में नहीं बची है. एसपी अमित रंजन ने शुक्रवार को बताया कि परिजनों को एनकाउंटर में मारे जाने की सूचना दे दी गयी थी. बावजूद अबतक शव लेने कोई परिजन दिल्ली नही पहुंचे हैं. संभावना है कि देर रात परिजन दिल्ली पहुंचकर शव को लेंगे.
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