सुरसंड. सीता संवाद आध्यात्मिक एवं साहित्यिक यात्रा द्वारा सोमार को संगीतमय सीता संवाद कथा का आयोजन श्री बाल्मीकेश्वर महादेव मंदिर, सुरसंड में किया गया. वैदिक मंत्रोच्चारण से पूजन कर श्री राम स्तुति, जानकी स्तुति, गणेश वंदना, गुरु वंदना, सामूहिक सीताराम संकीर्तन श्री हरिकथा के अयोध्याधाम के प्रशिक्षित व्यास द्वारा किया गया. श्री बाल्मीकेश्वर महादेव मंदिर आयोजन समिति द्वारा सीताराम नाम पट्टिका से सभी व्यास का स्वागत किया गया. सीता संवाद के निदेशक आग्नेय कुमार ने संगीतमय सीता संवाद कथा का आरंभ महाराज जनक के मिथिला माहात्म्य से किया. व्यास अंकिता ने भगवान श्री राम की स्तुति सुनायीं. वहीं, ललिता व्यास ने जानकी स्तुति सुनायीं. रामचरितमानस महात्म्य पर प्रकाश डालते हुए राधे व्यास ने गणेश वंदना की प्रस्तुति दी. सत्यम सिंह राणा ने बाबा लेने चलियौ हमरो अपन नगरी… गाकर भक्तों को झुमने को मजबूर कर दिया. गायक कृष्णा ने भी मधुर प्रस्तुतियां दी. शत्रुघ्न व्यास ने झाल बजाकर सभी भक्तिगीत के कोरस गान में सहयोगी बने.यात्रा के संयोजक संत भूषण दास ने एक दिवसीय संगीतमय सीता संवाद कथा की भूमिका पर बात रखते हुए कहा कि मां जानकी जन्मभूमि के पंच तीर्थ स्थल विकास संकल्प पूर्ण करने के लिये धर्मजागरण के तहत सभी प्रखंडों में संगीतमय सीता संवाद आयोजित किया जायेगा. कार्यक्रम में एकल अभियान अंचल प्रमुख कपिंद्र राउत, सुरसंड प्रखंड प्रमुख संजय कुमार, एकल ग्राम संगठन के संयोजक प्रेम प्रकाश, विक्की, आदित्य सिंह, राम विदेश सिंह, बाल्मीकेश्वर महादेव मंदिर समिति के अध्यक्ष प्रवीण झा उर्फ मुन्ना महादेव, राघवेंद्र झा, पवन कुमार, दयाशंकर सिंह, कमलेश पासवान, पूर्व सरपंच दिनेश राय व ऋषि अग्रवाल समेत दर्जनों साधु-संत व भक्त शामिल हुए.
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