सुरसंड(सीतामढ़ी). गुप्त सूचना के आधार पर भिट्ठा कैंप के एसएसबी 51वीं बटालियन के जवानों ने भिट्ठा थाना पुलिस के सहयोग से सोमवार को भिट्ठामोड़ स्थित चांदनी इलेक्ट्रॉनिक्स नामक दुकान में छापेमारी कर विभिन्न प्रकार की प्रतिबंधित नशीली दवा बरामद करते हुए दुकानदार को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार दुकानदार कार्तिकेश झा श्रीखंडी भिट्ठा वार्ड संख्या 10 निवासी स्व चंद्रमोहन झा का पुत्र है. छापेमारी में नेट्राभेट 210 टेबलेट, अलग अलग बैच में स्पास्मो प्रोक्सिवन प्लस कैप्सूल, आइपाम 10 टेबलेट, टेजोविन एक एमएल का छह इंजेक्शन व 100 एमएल का आरटी रेक्ससिरप बरामद हुआ. दुकान के समीप स्थित एक खंडहरनुमा घर की भी जवानों द्वारा तलाशी ली गयी. वहीं दुकान के समीप जलजमाव वाली जंगलनुमा झाड़ी में नशा के लिए उपयोग कर फेंका हुआ सैकड़ों खाली बोतल व टेबलेट कैप्सूल का रैपर पाया गया. जब्त दवा के साथ गिरफ्तार आरोपी को भिट्ठा थाना के हवाले कर दिया गया है. इस अभियान में कंपनी कमांडर देवेश शर्मा, भिट्ठा कैंप इंचार्य बाबुसाहेब सिंह, एसआइ तुले राम, एएसआइ गोपाल राम, हेड कांस्टेबल विजय कुमार व अन्य जवानों के अलावा भिट्ठा थाना की पुलिस शामिल थे. — दो वर्ष पूर्व देसी कट्टा व प्रतिबंधित दवाओं की हुई थी बरामदगी
— वर्ष 2020 में भी भिट्ठामोड़ में हुई थी छापेमारी
वर्ष 2020 में गुप्त सूचना के आधार पर भिट्ठामोड़ स्थित एक दवा दुकान में पुपरी के तत्कालीन एएसपी सह एसडीपीओ प्रमोद कुमार यादव के नेतृत्व में 17 व 18 दिसंबर को दो दिनों तक लगातार छापेमारी की गयी थी. जिसमें भारी मात्रा में विभिन्न प्रकार के प्रतिबंधित नशीली दवा व सात मोबाइल को जब्त करते हुए दुकान के संचालक पिता पुत्र समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था. जबकि छापेमारी की भनक लगते ही दुकान की मुख्य संचालिका निशा झा उर्फ मैडम माया फरार हो गयी थी. गिरफ्तार लोगों में निशा झा उर्फ मैडम माया के पति मनोज कुमार झा, पुत्र सक्षम कुमार झा के अलावा ड्रग्स के खरीदार नेपाल के धनुषा जिलांतर्गत जनकपुरधाम वार्ड संख्या आठ निवासी रामदेव यादव के पुत्र हरिनारायण यादव, योगनारायण राय के पुत्र ललित कुमार राय, राजकरण सिंह के पुत्र अमित कुमार सिंह, सिहजुरा वार्ड संख्या एक निवासी रामपुकार यादव के पुत्र रविंद्र यादव व सत्यनारायण यादव के पुत्र संजय यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था.— भिट्ठामोड़ में ड्रग्स का खेल कोई नया नहीं
भिट्ठा थाना पुलिस के नाक के नीचे विगत कई वर्षों से ड्रग्स का धंधा फलफूल रहा है. ड्रग्स लेने के आदि हो चुके स्थानीय समेत नेपाल के सीमावर्ती गांव के युवकों का शाम होते ही भिट्ठामोड़ मुख्य चौक पर जमावड़ा होने लगता है. जहां बगैर अनुज्ञप्ति के संचालित दवा दुकानों के अलावा अन्य व्यवसाय में शामिल दुकानदार से मनमाने दाम पर नशीली दवाओं की खरीदारी नशा सेवन के लिए करते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है