सीतामढ़ी/मेजरगंज : मेजरगंज बाजार के हार्डवेयर व्यवसायी रघुवर प्रसाद के पुत्र ऋतिक कुमार उर्फ जीतू (19) की अपहर्ताओं ने हत्या कर दी है. अपर पुलिस अधीक्षक(अभियान) संजीव कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित स्पेशल टीम के हत्थे चढ़े बबलू सिंह ने रविवार को पूछताछ में खुलासा किया है. बबलू की गिरफ्तारी नेपाल के रौतहट जिले के गौर से हुई है.
वह गौर के ही बड़हरवा का रहनेवाला है. बबलू की निशानदेही पर कन्हौली थाना के मधुकरपुर-मुरहाडीह के बीच बैंसा सरेह के पोखर से ऋतिक का कंकाल बरामद किया गया है.
उक्त कंकाल को फॉरेेसिक जांच के लिए एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर भेजा गया है. थानाध्यक्ष रामनंदन प्रसाद ने बताया कि कंकाल की फॉरेेसिक जांच के बाद ही शव के बारे में स्थिति स्पष्ट हो पायेगी. उल्लेखनीय है कि गत आठ अक्तूबर की शाम ऋतिक का अपहरण हुआ था. हत्या के विरोध में मेजरगंज बाजार बंदहत्या से पूरा मेजरगंज बाजार उबल पड़ा. व्यवसायियों के अलावा आम लोगों ने हत्या के विरोध में मेजरगंज बाजार को सुबह से ही बंद कर रखा है.
मेजरगंज-रीगा मुख्य पथ व मेजरगंज-ढेंग, मेजरगंज-ननकार एवं मेजरगंज-सोनबरसा रोड को जगह-जगह बांस बल्ला व टायर जला कर जाम किया गया. आम लोग थानाध्यक्ष को अविलंब निलंबित करने की मांग कर रहे हैं. पुलिस पर फायरिंग कर भागने का प्रयासथानाध्यक्ष द्वारा समय रहते कार्रवाई की जाती तो ऋतिक की जान बच सकती थी. बबलू ने पूछताछ में कहा कि 20 अक्तूबर को ही ऋतिक की हत्या कर शव को पोखर में फेंक दिया गया था. बबलू को दबोचने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. पुलिस को देख कर वह फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किया.
वारदात कर ननिहाल में लेता था पनाहपुलिस के अनुसार, बबलू सिंह नेपाल का शातिर अपराधी हैं जो नेपाल में वारदात को अंजाम देकर अपने ननिहाल कोआड़ी मदन(मेजरगंज) में छिप जाता था. ऋतिक के अपहरण को अंजाम देने से पूर्व वह छह माह से ननिहाल में ही रह रहा था. उसके विरुद्ध नेपाल के अलग-अलग थानों में हत्या,
फिरौती के लिए अपहरण, रंगदारी, डकैती एवं आर्म्स एक्ट के कई संगीन मामले दर्ज है. पूछताछ में उसने अपने कई साथियों के नामों का भी खुलासा किया है. 50 लाख मांगी गयी थी फिरौतीअपहर्ताओं ने ऋतिक के पिता रघुवर प्रसाद से 50 लाख की फिरौती मांगी थी. फिरौती की रकम को लेकर पिता के मोबाइल पर कई बार कॉल आया.
व्यवसायी श्री प्रसाद थानाध्यक्ष से कॉल डिटेल निकालने का आग्रह करते हुए फिरौती के लिए आनेवाले कॉल की जानकारी देता रहा. बताया कि थानाध्यक्ष ने हर बार उसे यही आश्वासन देकर लौटाते रहे कि उसका पुत्र सही सलामत बरामद हो जायेगा. बबलू की निशानदेही पर दो गिरफ्तारइधर पुलिस सूत्रों के अनुसार, बबलू सिंह से पूछताछ के बाद अपहरण में शामिल कोआड़ी मदन निवासी सुधीर सिंह उर्फ साधु एवं नंदन सिंह को गिरफ्तार किया गया है.
हालांकि पुलिस की ओर से इसका खुलासा नहीं हुआ है. ऋतिक अपहरण मामले में पुलिस ने 13 अक्तूबर को शातिर सतार मियां, मोती महतो, मो असलम, कलामुद्दीन को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. मामले में बबलू सिंह, कन्हाई सिंह, सुनील पटेल, सुभाष महतो एवं शिवहर जिले के पिपराही थाना अंतर्गत दोस्तियां गांव निवासी मितेंद्र कुमार को आरोपित कर छानबीन की जा रही थी. मां बेहोश, पिता का हाल बेहालऋतिक की हत्या की खबर सुन कर मां शशिकला देवी की हालत गंभीर बन गयी है.
पुत्र के वियोग में पिता भी बेहाल है तथा बार बार बेहोश जा रहे हैं. ऋतिक तीन भाइयों में सबसे छोटा था. पिता ने बिलखते हुए बताया कि पुलिस हमेशा पुत्र के सकुशल बरामद होने का आश्वासन देती रही. ऋतिक की हत्या की खबर सुन कर पास-पड़ोस के लोग भी स्तब्ध हैं. पिता व मां को ढाढ़स बंधाया जा रहा है, लेकिन रघुवर प्रसाद के घर से निकल रही चीत्कार पूरे माहौल को गमगीन कर रहा है.