सीतामढ़ी : शहर के मौलाना अबुल कलाम आजाद चौक स्थित इदगाह परिसर समेत तीन स्थानों पर 21 जनवरी से नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर व एनआरसी के विरोध में शुरू धरना-प्रदर्शन जारी है.
आंदोलनकारियों का कहना है कि आंदोलन तबतक चलता रहेगा, जबतक केंद्र सरकार इस कानून को वापस नहीं लेती है. सरकार पर अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए ऐसे कानून को लाकर आम जनता को उलझा कर रखने का आरोप लगाया गया. कहा कि भारत की जनता आपसी सद्भावना एवं भाइचारा चाहती है.
इसमें नफरत के लिए कोई जगह नहीं है. धरना-प्रदर्शन में युवा नेता मो जुनैद आलम, मदरसा रहमानिया मेहसौल के अध्यक्ष मो अरमान अली, सचिव मो जफर कमाल अल्वी, पूर्व जिला पार्षद मो अलाउद्दीन बिस्मिल, प्रो गौहर सिद्दीकी, मो अलीमुद्दीन, मो कमर अख्तर, मो अलीम आरजू, मो जमीर, मो मुर्तुजा, मो बशारत करीम गुलाब, अफजल राणा व सिफत हबीबी समेत बड़ी संख्या में महिला एवं पुरुष शामिल हैं.