सीतामढ़ी : जल-जीवन हरियाली कार्यक्रम के तहत सोमवार को सीतामढ़ी पहुंचे नीतीश कुमार रात्रि विश्राम के लिए सर्किट हाउस, राजोपट्टी में रूके थे.
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जिला मुख्यालय में होना चाहिए सर्किट हाउस
सीतामढ़ी : जल-जीवन हरियाली कार्यक्रम के तहत सोमवार को सीतामढ़ी पहुंचे नीतीश कुमार रात्रि विश्राम के लिए सर्किट हाउस, राजोपट्टी में रूके थे. मंगलवार को उनसे मिलने के बाद एनडीए नेता अहले सुबह से सर्किट हाउस के आसपास एकत्रित होने लगे. पहुंचने वाले राजनीतिक लोगों में सांसद सुनील कुमार पिंटू, पूर्व सांसद रामकुमार शर्मा, नवल […]
मंगलवार को उनसे मिलने के बाद एनडीए नेता अहले सुबह से सर्किट हाउस के आसपास एकत्रित होने लगे. पहुंचने वाले राजनीतिक लोगों में सांसद सुनील कुमार पिंटू, पूर्व सांसद रामकुमार शर्मा, नवल किशोर राय, विधायक डॉ रंजु गीता, सुनीता सिंह चौहान, विधान पार्षद रामेश्वर कुमार महतो, पूर्व विधायक गुड्डी चौधरी, राजेश चौधरी व लोक अभियोजक अरूण कुमार सिंह समेत मुख्य रूप से मौजूद थे.
जिला परिषद के जमीन का प्रस्ताव: जिले के विकास को लेकर बातचीत के क्रम में सीएम ने कहा कि कायदे से जिला मुख्यालय में सर्किट हाउस होना चाहिए. शहर में सर्किट हाउस होने के कारण विशेष अवसर पर ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है. इसपर लोक अभियोजक अरूण कुमार सिंह ने सुझाव देते हुए कहा कि उच्च विद्यालय के सामने जिला परिषद की जमीन पर सर्किट हाउस पर बेहतर हो सकता है. तब सीएम ने डीएम को कहा कि जांच करने के बाद अगर किसी तरह का व्यवधान नहीं हो तो वहां पर सर्किट हाउस बनाने की कार्रवाई सुनिश्चित करें.
सीएम को मांगपत्र सौंपा: इससे पूर्व सीएम सुबह पांच बजे उठने के बाद सबसे पहले योग कर माॅर्निंग वाक कर नित्यक्रिया से निवृत होने चले गये. फ्रेश होने के बाद नौ बजे से उन्होंने लोगों से मिलना-जुलना शुरू कर दिया. इस दौरान विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोगों ने सीएम से मिलकर मांगपत्र सौंपा. तकरीबन 11 बजे सीएम सर्किट हाउस से निकलकर जिला मुख्यालय स्थित हवाई अड्डा मैदान स्थित हेलीपैड पर पहुंचे. जहां वह हेलीकॉप्टर से रवाना हो गये.
अल्पसंख्यक छात्रावास निर्माण कार्य शुरू कराने की मांग: सीतामढ़ी. अल्पसंख्यक एकता मंच के जिलाध्यक्ष मो मुर्तुजा ने सोमवार को सर्किट हाउस में सीएम नीतीश कुमार से मिलकर जिले में अल्पसंख्यक छात्रावास का निर्माण कराने की मांग की है. उन्होंने सीएम को बताया कि बिहार के सभी जिलों में अल्पसंख्यक छात्रावास का निर्माण कार्य लगभग-लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन सीतामढ़ी जिले में छात्रावास के लिए जमीन व टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है.
जिसके कारण अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं में काफी आक्रोश है. मो मुर्तजा ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र-छात्राएं आर्थिक रूप से शहर में रहकर पढ़ाई करने में असमर्थ होते है, अगर उन्हें छात्रावास की सुविधा मिल जाती है तो वे भी उच्च शिक्षा ग्रहण कर जिले का नाम रोशन कर सकते है.
कहा कि जिले में उर्दू गर्ल हाईस्कूल की कमी है, जिससे अल्पसंख्यक छात्राएं शिक्षा से दूर हो जाती है. उन्होंने मुख्यमंत्री से अल्पसंख्यक छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए छात्रावास का निर्माण कार्य जल्द शुरू कराने की मांग की. आवेदन के आलोक में सीएम ने अविलंब निर्माण की दिशा में आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश अधिकारियों को दिया.
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