रीगा : चार दिनों से लगातार घने बादल छाये रहने से किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है. खरीफ फसल में धान की बाली अब पक कर तैयार हो गई है. करीब 50 फीसदी खेतों में तैयार धान के फसल को काटने के लिए किसान बेचैन है, पर बादल छाये रहने से कटनी करना मुश्किल हो गया है. किसानों का कहना है कि कटनी के बाद यदि बारिश हो गया तो धान खेत में ही बर्बाद हो जायेगा.
दूसरी चिंता की बात यह है कि अधिकांश किसान धान के खेतों में मसूर, सरसों व बगला समेत अन्य तिलहन व दलहन का बीज छीटा जा चुका है. पानी में भीग कर वह भी बर्बाद हो जायेगा. साथ हीं रबी की फसल गेहूं के लिए खेत तैयार करना भी मुश्किल हो जायेगा. किसान मोहन महतो, दिनेश कुमार व महेश कुमार समेत अन्य ने कहा कि यदि वर्षा नहीं होती तो धान की बाली घर में आने के साथ हीं रबी की फसल करना भी आसान हो जाता.