गेहूं, आम व लीची समेत विभिन्न फसलों को हुआ भारी नुकसान
सीतामढ़ी/चोरौत : हर दो-चार दिनों के अंतराल पर लगातार हो रही बारिश ने किसानों की बची उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया है.किसान खेतों में लगे गेहूं की फसल की कटाई के लिए खेत सूखने का इंतजार पिछले करीब एक पखवाड़े से कर रहे हैं, लेकिन जब तक खेत सूखे, तब तक फिर बारिश हो जा रही है. कई किसान गेहूं की कटनी कराकर खेतों में ही सूखने के लिए रखे थे, ताकि फसल सूखने के बाद खेत में ही थ्रेसर के माध्यम से दौनी करा सकें, लेकिन कुदरत है कि किसानों की तकलीफ को समझने को तैयार नहीं है.
पिछले एक माह के अंदर कई बार आंधी, पानी के साथ जमकर ओले भी बरसे, जिसमें किसानों के गेहूं समेत आम-लीची व अन्य फसलें बरबाद हो चुका था. धूप खिलने के बाद काफी सारे किसान गेहूं फसल की कटाई कराकर दौनी कराने के इंतजार में थे.
इसी बीच सोमवार की रात रुक-रुक कर हुई बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. खेत में सूख रहे फसलें बरबाद हो गया. गेहूं की कटाई कराना भी मुश्किल हो गया है. यदि कुदरत का कहर इसी तरह जारी रहा तो जिले के किसानों की पूरी उम्मीद बारिश के पानी के साथ ही बह जाएगी.
खेत-खलिहानों में पड़े गेहूं फसल पूरी तरह हुआ बरबाद
चोरौत के किसान रामेश्वर साह, राजेश ठाकुर, रविंद्र मिश्रा, मनोज ठाकुर, मुकेश चौधरी, राकेश पासवान व रंजीत यादव समेत अन्य ने बताया कि पिछले पांच दिनों से मौसम के मिजाज को देखते हुए किसानों ने मौसम के ठीक होते ही तेजी के साथ कटनी करानी शुरू की थी, लेकिन खेत-खलिहान में पड़े गेहूं की फसल पूरी तरह बरबाद हो चुका है.