शेखपुरा : अरियरी थाना क्षेत्र के इटहरा गांव में नक्सलियों ने अब तक की पहली घटना को अंजाम देते हुए गांव के किसान निरंजन महतो को धनी व्यक्ति समझकर पहले अगवा किया.
इसके बाद अगले ही दिन अपने चंगुल से मुक्त भी कर दिया. यह घटना एक सप्ताह पहले की है. इस घटना को लेकर शेखपुरा पुलिस भी मामले की छानबीन में जुट गयी है. 28 अप्रैल की रात्रि कृषक अपने गांव में आधी रात को खेत पटवन कर रहे थे. इसी क्रम में वहां हथियार से लैस नक्सली दस्ता पहुंचा और आम राहगीर बनकर उससे इटहरा गांव के बाहर का रास्ता बताने को कहा.
रात होने के कारण उक्त कृषक रास्ता बताने से मना भी किया. लेकिन नक्सली दस्ते की महिला सदस्यों ने आरजू मिन्नत कर उन्हें राजी कर लिया. इसी क्रम में जैसे ही कृषक रास्ता बताने गांव से बाहर निकले वैसे ही उन्हें अगवा कर लिया गया. ग्रामीणों के मुताबिक नक्सली दो वाहनों पर सवार होकर आये थे, और कृषक को धनी व्यक्ति समझ कर उठा ले गए थे.
नक्सली उक्त कृषक को जमुई के जंगल में ले गये. रात्रि के दौरान कृषक को वाहन मालिक होने की बात पूछने लगे. लेकिन ग्रामीण जब अपने पास गाड़ी नहीं होने की बात कहने लगे तब इस दौरान नक्सलियों ने मारपीट कर बार-बार एक ही सवाल का जवाब पूछना चाहा. नक्सली जब इस बात से संतुष्ट हुए की जिसे वह अगवा करना चाह रहे थे वह कोई और व्यक्ति है. तब नक्सलियों ने कृषक को अगले ही सुबह वापस छोड़ दिया. नक्सलियों के चंगुल से निकले कृषक जमुई के मसौढ़ी चौक पर बस से उतरे और फिर वापस अपना गांव लौटे.
इस घटनाक्रम की जानकारी जब कृषक ने अपने ग्रामीणों को दिया तभी से वहां दहशत का माहौल कायम है. इस घटना को लेकर पीड़ित किसान अथवा ग्रामीण अपनी जुबान भी खोलना मुनासिब नहीं समझ रहे है. घटना को लेकर एसडीपीओ अमित शरण ने बताया कि नक्सली के द्वारा ग्रामीण को अगवा करने की सूचना प्राप्त हुई है. लेकिन इस दिशा में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल सका है. मामले की छानबीन की जा रही है. इसके साथ ही इटहरा गांव की सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने की दिशा में भी कार्य की जा रही है.
अरियरी के इटहरा गांव के कृषक को अगवा करने की घटना से लोगों में दहशत
नक्सली दो वाहनों पर सवार होकर आये थे
कृषक जमुई के मसौढ़ी चौक पर बस से उतरे और फिर वापस घर लौटे