पुपरी : ‘सुख के सब साथी, दुख में ना कोय ‘ यह गीत मो शफीर पर सटीक बैठती है. वह गाढ़ा गांव का रहने वाला है. सउदी अरब से गंभीर रूप से बीमार होकर लौटे मो. शफीर को अभी सेवा की जरूरत है, लेकिन उसकी कलयुगी पत्नी शबाना खातून ने अपने बीमार पति की सेवा करने के बजाय इलाज के लिए इकट्ठा की गयी
30 हजार रुपये के अलावा उसके द्वारा विदेश से कमाकर भेजे गये करीब तीन लाख रुपये व घर के तमाम आभूषणों को लेकर मायके मधुबनी जिले के बेनीपट्टी थाना क्षेत्र अंतर्गत नजरा रानीपुर फरार हो गयी. इतना ही नहीं आरोपित पत्नी संपत्ति हड़पने की नियत से गत 25 दिसंबर को पीड़ित शफीर को गला दबाकर हत्या करने की कोशिश भी कर चुकी है. पीड़ित ने पुलिस प्रशासन से इसकी लिखित शिकायत की है, जिसमें उसने कहा है कि करीब डेढ़ साल विदेश में रहकर उसने करीब तीन लाख रुपये पत्नी शबाना खातून के बैक अकाउंट में भेजा था. अचानक बीमार हो जाने के कारण सऊदी अरब की सरकार ने उसे वापस भारत भेज दिया. घर लौटने के बाद आरोपित पत्नी ने पीड़ित की सेवा करने के बजाय और भी प्रताड़ित करना शुरू कर दी. आये दिन खाना-पीना भी बंद कर देती थी. समाज के लोगों ने शफीर की बेबसी को देखते हुए उसके इलाज के लिए 30 हजार रुपये चंदा वसूल कर आरोपित पत्नी के हाथ में दी, लेकिन समाज के लोगों को कलयुगी औरत की करतूत का पता तब चला, जब वह चंदा की राशि व अन्य सामग्रियों के साथ लकवाग्रस्त पति को मरने के लिए अकेला छोड़कर मायके फरार हो गयी.
पीड़ित शफीर ने आरोपित पत्नी के साथ ही उसके मायके वालों पर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है, ताकि उपचार के लिए जुटाये गये चंदे की राशि उसे मिल सके और उसका इलाज हो सके. थानाध्यक्ष विवेक कुमार जायसवाल ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गयी है.
हाल में सऊदी अरब से कमाकर लौटा था मो शफीर
नगद तीन लाख व आभूषण भी साथ ले गयी शबाना
–जीवन व मौत से जूझ रहा लकवा से पीड़ित पति