शिवहर : शिवहर से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 104 के आधे अधूरे निर्माण से लोग परेशान हैं. एक ओर सरकार नयी सड़कों के निर्माण की बात करती है. दूसरी ओर निर्माणाधीन एनएच के बदहाल स्थिति एवं धीमे निर्माण पर हर कोई मौन है. सड़क का आधा अधूरा निर्माण हुआ है.
सड़क के धूल से भरे रहने के कारण अनहोनी की आशंका राहगीरों को सताती रहती है. शिवहर शहर में एनएच 104 के अंतर्गत आने वाले पीसीसी सड़क बनने के एक साल के अंदर ही टूटना शुरू हो गया हैं. जिसको लेकर लोगों में काफी गुस्सा है. इतना ही नहीं पीसीसी सड़क कई जगह पर अधूरा छोड़ दिया गया है. जिसके कारण बरसात में जल-जमाव की स्थति उत्पन होना तय है, क्योंकि नाली का निर्माण अब तक अधूरा ही है और जो नाली का निर्माण हुआ हैं.
उसके पानी का कोई निकास नहीं है. नाली पूरे शहर में कूड़ा कचरा से भरा हैं. शिवहर नगर में सड़क का काफी बुरा हाल है. एनएच के अंतर्गत आने वाले कई पुल भी क्षतिग्रस्त हैं. जिसके कारण कभी भी बड़ा हादसा होता हैं. कुल मिलाकर शिवहर शहर में आलम यह है कि नगर में खादी भंडार से सिनेमा हॉल तक बने पीसीसी सड़क कई जगह से टूटते नजर आ रहे हैं. सड़कों पर कई जगह गड्ढे हो गए हैं. नगर में टूटी सड़क नागरिकों सहित वाहन चालकों के लिये मुसीबत बन गयी है. जहां आये दिन दो पहिया वाहन चालक सड़क पर गिर कर घायल हो जाते हैं. सड़क की हालत इतनी खराब है कि बड़े वाहनों के चलने से सड़क के चारों ओर धूल भर जाता है.
सड़क खराब होने से सबसे बुरी हालत दो पहिया वाहन चालक की है. जिनके वाहन इस मार्ग पर रेंग रेंग कर चलते है. वहीं एनएच में कई जगह बड़े बड़े गड्डे है. जिन्हें अक्सर मिट्टी व रोडी डाल कर भरने की नाकाम कोशिश की जाती है. इसके बावजूद रोड पर पत्थर एवं चारों ओर धूल दिखाई देता है.
कई बार इस रोड पर दो पहिया वाहन चालक वाहन समेत फिसल कर चोटिल हो चुके है. जिन्हें स्थानीय लोगों या राहगीरों द्वारा समीप के अस्पताल पहुंचाया जाता है. सड़क की हालत यह है कि कोई भी बड़ी घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि इसी रोड से होकर अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के वाहनों का काफिला आये दिन गुजरता है, लेकिन किसी भी प्रशासनिक अधिकारी या जनप्रतिनिधि ने इस ओर ध्यान देने की जहमत तक नहीं उठायी है.
मार्ग से गुजरने वाले वाहन चालक प्रशासनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को कोसते नजर आते है. सबसे अधिक परेशानी सड़क के किनारे बसे लोगों गांव के ग्रामीणों तथा सड़क किनारे दुकान करने वाले दुकानदारों को उठानी पड़ रही है. जिनके घर व दुकानों में धूल ही धूल भर जाता है. स्थानीय निवासी राम कुमार, साजिद खान,संजय कुमार विक्की गुप्ता,अरविंद कुमार, राजेश गुप्ता,राकेश कुमार आदि ने बताया कि सड़क इतनी जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी है. वाहन तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. आये दिन सड़क दुर्घटना होने से लोग परेशान है.
एक आरटीआइ रिपोर्ट जिसका पत्रांक 19 एवं दिनांक 26.5.2017 के अनुसार लोक सूचना पदाधिकारी सह सहायक अभियंता राष्ट्रीय उच्य पथ प्रमंडल संख्या 2 मोतिहारी ने आरटीआइ कार्यकर्ता मुकुंद प्रकाश मिश्र के सवाल के जवाब में बताया था एचएच 104 में चकिया सीमा तक में सड़क बनाने के लिए 108.5 करोड़ रुपये का एकरारनामा हैं.
इस सड़क को बनाने का कार्य जे के एम इंट्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड को मिला हैं. इस सड़क का कार्य शुरू होने की तिथि 23.8.2014 हैं एवं इस कार्य को पुरा होने का लक्ष्य 22.8.2016 तक निर्धारित था .अब बड़ा सवाल हैं कार्य पूरा होने के लक्ष्य के तिथि से 18 महीना से अधिक बीत जाने के बावजूद सड़क का निर्माण कार्य अब तक अधूरा क्यों हैं.
नव पदस्थापित कार्यपालक अभियंता नंदलाल बैठा ने कहा कि चकिया से शिवहर 0 से 40 किलोमीटर राष्ट्रीय राज्य मार्ग का निर्माण एजेंसी के साथ एग्रीमेंट मई माह में समाप्त हो जाएगा जबकि शिवहर से सीतामढ़ी राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण एजेंसी का एग्रीमेंट अगस्त के करीब समाप्त हो जाएगा, ऐसे में निर्माण एजेंसी की एक बैठक बुलायी गयी है उनका ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया जाएगा कि सड़क पर चलने वाले लोग धूल फांक रहे हैं, ऐसे में सड़क निर्माण का कार्य शीघ्र पूरा करें अन्यथा कार्रवाई तय है.