शिवहर : जिला के तरियानी प्रखंड से राजाडीह गांव में मक्का की फसल में दाना नहीं आने को लेकर किसान नारद राय द्वारा की गयी आत्महत्या के मामले में की जांच जारी है. जांच अधिकारियों द्वारा किसान की मानसिक स्थिति,स्वास्थ्य व पारिवारिक स्थिति, उसके चरित्र व आत्महत्या के कारणों को खंगाला जा रहा है. डीएम राजकुमार के निर्देश पर जिला कृषि पदाधिकारी विष्णुदेव कुमार रंजन, बीडीओ संजय कुमार सिंह, सीओ विपीन कुमार सिंह द्वारा घटना के कारणों की जांच की जा रही है. समाचार प्रेषण तक जांच रिपोर्ट सुपूर्द नहीं किया गया था. एसडीओ आफाक अहमद ने भी घटना स्थल का जायजा लिया है.
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मक्का किसान की मानसिक, पारिवारिक स्थिति को खंगालने में जुटे जांच अधिकारी
शिवहर : जिला के तरियानी प्रखंड से राजाडीह गांव में मक्का की फसल में दाना नहीं आने को लेकर किसान नारद राय द्वारा की गयी आत्महत्या के मामले में की जांच जारी है. जांच अधिकारियों द्वारा किसान की मानसिक स्थिति,स्वास्थ्य व पारिवारिक स्थिति, उसके चरित्र व आत्महत्या के कारणों को खंगाला जा रहा है. डीएम […]
इधर तरियानी थानाध्यक्ष गोरख राम के नेतृत्व में पुलिस बल ने घटनास्थल का जायजा लिया. इस दौरान खेत में बारुद नामक कीटनाशक दवा की खाली बोतल मक्का के खेत में पायी गयी. जिससे प्रथम दृष्टया पता चलता है कि बारुद नामक कीटनाशक दवा खाने से किसान की मौत हुई है. घटना के कारणों के बारे में थानाध्यक्ष ने कहा कि पीड़ित परिवार द्वारा घटना की कोई सूचना पुलिस को नहीं दी गयी थी. अस्पताल में इलाज के दौरान की स्थिति व कारणों की जानकारी प्राप्त की जा रही है. इस मामले में वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर यूडी केस दर्ज किया जायेगा. उधर मृतक के भाई ओम प्रकाश राय, पुत्र सुनिल राय ने बताया कि मक्का के बाली में दाना नहीं आने के कारण किसान ने आत्महत्या की है. कहा कोई घरेलू विवाद नहीं था.
करीब डेढ़ लाख से ऊपर महाजनों का पूर्व से लिया गया कर्ज था. उसने उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक वृंदावन मुशहरी से भी लोन ले रखी है, इसको लेकर परेशान था. आशा थी कि धान की फसल अच्छी होगी तो कर्ज को चुकता कर सकेगा, किंतु धान की फसल मारी गयी. उसके बाद मक्का की खेती पर मेहनत एवं पैसा खर्च करके खेती किया था. किंतु बाल में दाना नहीं आने से वह कई दिनों से परेशान चल रहा था. मक्का का बीज किसान ने मुशहरी बाजार से खरीदी थी.
उसने गांव के ही मंटू राय से ढ़ाई एकड़ जमीन 10 क्वींटल प्रति एकड़ के दर से हुंडा ले रखा था. मक्का की खेती उसने डेढ़ एकड़ जमीन में की थी. किंतु मक्का की फसल में दाना नहीं आने से हुंडा कैसे दे पायेगा. इस समस्या से भी वह परेशान था. बताया कि उसके पास सात कट्ठा जमीन खेती का एवं तीन कट्ठा घरारी की जमीन है. किसान पांच पुत्र व एक पुत्री का पिता था. वह पारिवारिक बोझ व कर्ज को लेकर पहले से परेशान था.
उन्होंने जिला प्रशासन से पारिवारिक लाभ, फसल क्षतिपूर्ति राशि भुगतान करने की मांग की है. घटना के बाद से लोगों का आना-जाना घर पर लगा हुआ है. पत्नी कुमोदी देवी का रोते-रोते बुरा हाल है. वह कुछ बताने की स्थिति में नहीं देखी गयी. पूर्व पंचायत समिति सदस्य व पूर्व मुखिया प्रत्याशी टूनटून कुमार ने किसान के आश्रित को फसल क्षति अनुदान देने की मांग की है. इस बाबत पूछे जाने पर डीएम राजकुमार ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया मामला मक्का में दाना नहीं आने को लेकर आत्महत्या का नहीं लगता है. छानबीन की जा रही है जांच रिपोर्ट के बाद स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी.
मक्का में दाना नहीं आने को प्राकृतिक आपदा घोषित करें सरकार: शिवहर. पूर्व जिला परिषद सदस्य अजब लाल चौधरी ने सरकार से मक्का में दाना नहीं आने को प्राकृतिक आपदा घोषित करने की मांग की है. कहा कि मक्का में दाना नहीं आने की समस्या किसी एक किसान की नहीं है, बल्कि जिले के सभी किसान इस समस्या से प्रभावित हैं .कहा कि किसान ने आत्महत्या की है. इसे सरकार को सबक लेना चाहिए तथा किसानों के हित में प्राकृतिक आपदा घोषित करते हुए मक्का किसानों को फसल क्षतिपूर्ति अनुदान देना चाहिए. उन्होंने सरकार से इस बाबत ध्यान देने की मांग की है. जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि वे सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराएं.
श्री चौधरी ने डीएम से मृतक किसान के परिवार को आपदा प्रबंधन से चार लाख अनुदान देने की मांग की है.
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