पिछले महीने शिक्षक-छात्रों के बीच विद्यालय परिसर में हुई थी मारपीट
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छात्रों की प्रतिभा को निखारने वाला ही योग्य शिक्षक: उपायुक्त
पिछले महीने शिक्षक-छात्रों के बीच विद्यालय परिसर में हुई थी मारपीट शिक्षक व छात्रों ने अलग-अलग दर्ज करायी प्राथमिकी घटना के बाद गुरु-शिष्य के रिश्ते में आयी थी खटास दाेनों के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए डीएम के िनर्देश पर बुलायी गयी आमसभा शिवहर : नवोदय विद्यालय समिति के उपायुक्त आरएल माली ने कहा […]
शिक्षक व छात्रों ने अलग-अलग दर्ज करायी प्राथमिकी
घटना के बाद गुरु-शिष्य के
रिश्ते में आयी थी खटास
दाेनों के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए डीएम के िनर्देश
पर बुलायी गयी आमसभा
शिवहर : नवोदय विद्यालय समिति के उपायुक्त आरएल माली ने कहा कि छात्रों की छिपी हुई प्रतिभा को पहचान कर उसे निखरने की क्षमता रखने वाले ही योग्य शिक्षक हैं. कहा कि बच्चों में समझ पैदा करने की काबिलियत भी शिक्षक में होनी चाहिए. कहा कि कांसेलिंग द्वारा शिक्षक व छात्र के बीच में समन्वय स्थापित हो सकता है. वे नवोदय विद्यालय विसाहीं में आयोजित आम सभा में बोल रहे थे.
उन्होंने शिक्षक व छात्रों के बीच के संबंध को रेखांकित करते हुए कहा कि अनुशासित छात्र ही लक्ष्य को मेहनत,लगन से प्राप्त कर सकते हैं. छात्रों को लक्ष्य तक पहुंचने के लिए योग्य शिक्षक के मार्गदर्शन की जरूरत है.
उसके लिए छात्र को अनुशासित होना होगा. कहा कि बच्चा जब विद्यालय में कदम रखता है. तो उससे माता, पिता की उम्मीदें जुड़ जाती हैं. इधर छात्र का भविष्य भी शिक्षा के प्रति उसके झुकाव, मेहनत व लगन पर निर्भर करने लगता है. ऐसे में जो छात्र स्वयं में समझ विकसित कर लक्ष्य की ओर बढ़ता है. वह प्रथम पक्ति का छात्र होता है. कहा कि 10 से 18 वर्ष तक के छात्र में ऊर्जा की कमी नहीं होती. किंतु समझ विकसित नहीं रहने के कारण उनके अंदर भटकाव की स्थिति रहती है. जिससे नियंत्रित करने की जरूरत होती है. छात्रों को नसीहत देते हुए कहा कि ऊर्जा को अनियंत्रित रखने वाले छात्र स्वयं का नुकसान करते हैं. ऐसे में मंजिल पाने के लिए अनुशासन,समझ, कड़ी मेहनत,लगन व दृढ़ इच्छा शक्ति का होना जरूरी है.
चार साल में तय होती है जीवन की दिशा व दशा: प्रभारी प्राचार्य
प्रभारी प्राचार्य डॉ बीके झा ने कहा कि कक्षा नौ से 12 तक में चार साल की अवधि लगती हैं. यहीं चार साल का समय छात्रों की दिशा व दशा तय करती है. इस चार साल की अच्छी शिक्षा पूरे जीवन में काम आती हैं. ऐसे में छात्रों को अनुशासित रहकर शिक्षा को ग्रहण करना चाहिए. भविष्य संवारने के लिए यह चार साल का समय महत्वपूर्ण हैं. इस चार साल की अवधि में ही बच्चों के बनने बिगड़ने की प्रबल संभावना रहती है. ऐसे में छात्रों को विद्यालय में अनुकूल वातावरण कायम रहे.
इस दिशा में काम करना चाहिए. कारण कि अनुकूल माहौल में ही शिक्षा की ज्योति प्रज्ज्वलित हो सकती हैं.बच्चों की शिक्षा में अभिभावक के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि थोड़ी सी नमक सब्जी के लिए जरूरत है. वैसे ही अभिभावक का थोड़ा सा सकारात्मक सहयोग विद्यालय के शैक्षणिक वातावरण में अनुकूलता ला सकता है.
बीती ताही बिसारिये आगे की सुधि लेत
अभिभावक नसीर अहमद व पीटीसी सदस्य डॉ अंजनी कुमार सिंह ने विद्यालय प्रबंधन व शिक्षकों व छात्रों से आग्रह किया कि बीती हुई बात को भूलकर विद्यालय के शैक्षणिक माहौल को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करें. इस दौरान पीटीसी सदस्य से आग्रह किया गया कि वे स्वयं के बच्चों के साथ-साथ दूसरे बच्चों की समस्या को भी जानें. वही बैठक में समस्या को उठाकर समाधान की दिशा में काम करें. कार्यक्रम का संचालन शिक्षक विजया नंद ने किया. शिक्षक एसएन सिंह, अरविंद कुमार, अजय कुमार सिंह समेत अभिभावक व छात्र मौजूद थे.
आमसभा का उद्देश्य
विगत अक्तूबर में शिक्षक व छात्रों के बीच विद्यालय परिसर में मारपीट हुई थी. इसमें शिक्षक व छात्र द्वारा अलग अलग प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. इस घटना के बाद शिक्षक व छात्र के रिश्ते में खटास आ गया. हालांकि विगत करीब तीन माह के बीच शिक्षक छात्र के बीच उत्पन्न हुई दूरियां कम हो गयी थी. किंतु डीएम राजकुमार खाई को पूरी तरह समाप्त कर बेहतर शैक्षणिक माहौल कायम करने के पक्ष में थे. उनके निर्देश के आलोक में शिक्षक, छात्र व अभिभावकों की आमसभा विद्यालय प्रबंधन द्वारा आहूत की गयी थी. ताकि कांसेलिंग द्वारा खटास को समाप्त कर शिक्षक छात्र के बीच समन्वय स्थापित किया जा सके.
बिसाहीं में पुलिस नाका के लिए देंगे जमीन
माली पोखरभिंडा के मुखिया व नवोदय विद्यालय के भू-दाता डोमा साह ने कहा कि विधि व्यवस्था संधारण को बिसाहीं में पुलिस प्रशासन पुलिस नाका की व्यवस्था सुनिश्चित करें. उसके लिए जमीन दान उनके स्तर से किया जायेगा. मनरेगा से मिट्टी भराई व अन्य काम कराया जायेगा. कहा कि सौ बल्ब विद्यालय को वे उपलब्ध करायेंगे.
घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी बर्दाश्त : एसडीओ
नवोदय विद्यालय में आयोजित आम सभा को सबोधित करते हुए एसडीओ आफाक अहमद ने कहा कि पूर्व में इस विद्यालय में जो घटनाएं घटित हुई. उसकी पुनरावृत्ति बरदाश्त नहीं की जायेगी. कहा कि घटना के बाद इस बार शिक्षक, अभिभावक व छात्र को सुधरने का मौका दिया गया हैं. दूसरी बार घटना की पुनरावृत्ति बरदाश्त नहीं की जायेगी. एसडीओ ने छात्रों को समझाते हुए कहा कि शिक्षा के लिए अनुशासन जरूरी है. कहा कि माली पेड़ में पानी देता है. तो संवारने के लिए पेड़ की अनावश्यक टहनियों को काट कर अाकर्षक व सुडौल भी बनाता है. उसी तरह बच्चों की प्रतिभा को विकसित करने के लिए शिक्षक को कुछ बंदिशें लगानी पड़ती हैं. ऐसे में छात्रों का नियंत्रण खो देना उचित नहीं है. छात्र समस्या के समाधान के लिए अपनी बात शिक्षक, प्राचार्य व अभिभावक से शेयर करें.
नियम का पालन करें छात्र : एसडीपीओ
एसडीपीओ प्रितीश कुमार ने कहा कि मोबाइल को लेकर विगत दिनों छात्र व शिक्षक में जो विवाद हुआ वह दु:खद है. जब विद्यालय प्रबंधन द्वारा विद्यालय में मोबाइल का उपयोग करना प्रतिबंधित किया गया है. तो उसका पालन छात्रों को करना चाहिए. नवोदय विद्यालय में पढ़ना सौभाग्य की बात हैं. जहां गुरुजन योग्य होते हैं. ऐसे में छात्र सपना, समझ व संकल्प के साथ मंजिल की ओर बढ़े. विवादों को जन्म देकर अपनी प्रतिभा को कुंठित नहीं होने दें.
स्वच्छ व स्वस्थ है विद्यालय का माहौल : पूर्व प्रभाारी प्राचार्य
पूर्व प्रभाारी प्राचार्य जर्नादन सिंह ने कहा कि नवोदय विद्यालय बिसाहीं शिवहर का माहौल स्वच्छ व स्वस्थ है. छात्र मैट्रिक व इंटर की परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं. इनका अतिरिक्त कक्षा भी संचालित हो रहा है. सभी गतिविधियां समान्य रूप से चल रही है. नवोदय विद्यालय में करीब 265 बच्चे पढ़ते हैं. जो विभिन्न सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक परिवेश से विद्यालय में आये हैं. जिससे समन्वय स्थापित करने में कठिनाई हो सकती है. किंतु शिक्षक व छात्र के बीच समन्वय स्थापित होना असंभव नहीं है. कहा कि पूर्व में उत्पन्न खटास अब दूर हो चुकी है. शिक्षक व छात्र में समन्वय है.
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