सोनबरसा : दशकों से जारी परंपरा व भारत-नेपाल के बेटी-रोटी के संबंधों का एक बार फिर गवाह बनना नेपाल के त्रिभुवननगर स्थित झीम नदी व भारत के सोनबरसा प्रखंड स्थित अधवारा नदी का संगम. अधवारा व झीम नदी के संगम पर दशकों से छठ महापर्व पर अर्घ देने की परंपरा के तहत गुरुवार की शाम व शुक्रवार की सुबह यहां दोनों देशों के लोग जहां उपस्थित हुए, वहीं भगवान सूर्य को अर्घ देकर सुख, समृद्धि व शांति की कामना की. पूरी रात यहां श्रद्धालुओं का जमघट लगा रहा.
दोनों देशों के श्रद्धालुओं ने छठव्रतियों के सुविधा के लिए रोशनी, पेयजल, पंडाल, व नाश्ते की व्यवस्था की गयी थी. वहीं नदी के किनारों पर छठ के गीत गूंजते रहते है. पूरी रात यहां छठी मईया की भक्ति के गीत के साथ भारत-नेपाल के बेटी-रोटी के रिश्तों को भी मजबूत किया जाता है. सोनबरसा के फतेहपुर, भुतही, दोस्तिया, कचोर, कन्हौली, खाप-खोपराहा, पिपरा परसाइन, दलकावा, राजवाड़ा, इंदरवा, बसहिया, अररिया, फरछहिया, चिलरा, बिशनपुर, रमनगरा, जयनगर, सिंहवाहिनी, बिष्णुपुर गोनाही,
कोहबरबा, बसतपुर, लालबन्दी सहित विभिन्न जगहों पर बेहद ही पवित्र वातावरण में छठव्रतियों ने घाटों अथवा अपने अपने दरवाजे पर ही गहरा खड्डा खोद कर छठी मईया को अर्घ्य अर्पण किया. उधर, पड़ोसी देस नेपाल के सर्लाही में भी धूमधाम से पर्व मनाया गया. मलंगवा, वरहथवा, लालबंदी, सलेमपुर, मदनपुर, त्रिभुवन नगर, भेलही, नोकैलवा व बैलबांस, अगरवा सहित विभिन्न जगहों घाटों पर भारी भीड़ देखी गई. सोनबरसा में विधि व्यवस्था को लेकर थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार पासवान पुलिस अवर निरीक्षक मनोरंजन कुमार, अनिल कुमार भगत, सैफ जवानों ने छठ घाट स्थल पर मुस्तैद रहे. वहीं एसएसबी कंपनी कमांडर अरुण कुमार अपने जवानों के साथ छठ घाट पर विधि व्यवस्था में लगे रहे.