करगहर. प्राथमिक विद्यालय चौहान बरेहटा के प्रधानाध्यापक जो विद्यालय की छात्रा के साथ छेड़खानी करने के आरोपित है, वे लोकल यानी चौहान बरेहटा के ही निवासी है. वहीं, पीड़ित छात्रा भी लोकल है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर दो सालों के अंदर इस तरह का दूसरा आरोप लगा है. इसको लेकर विद्यालय की गरिमा प्रभावित हो रही है. गत दो साल पूर्व भी पांचवीं कक्षा की एक छात्रा ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्याम बिहारी साह के विरुद्ध अपने साथ छेड़छाड़ करने की शिकायत अपने परिजनों की थी. उस समय भी कुछ देर के लिए विद्यालय परिसर रणक्षेत्र में बदल गया था, जब छात्रा की शिकायत पर उसके माता पिता विद्यालय में जाकर प्रधानाध्यापक की करतूत का विरोध कर रहे थे. लेकिन, सामाजिक स्तर पर उक्त मामले का निबटारा करा दिया गया था. ठीक उसी प्रकार गत मंगलवार को भी जब विद्यालय की एक छात्रा ने प्रधानाध्यापक के विरुद्ध इस तरह की शिकायत अपने परिजनों से की, तो इस छात्रा के परिजन भी आक्रोशित होकर विद्यालय परिसर में पहुंच कर हंगामा करने लगे. लेकिन, मामले को दबाया नहीं जा सका. इस बार पीड़ित छात्रा के पिता ने करगहर थाने में प्रधानाध्यापक के विरुद्ध अपनी बेटी के साथ छेड़खानी की प्राथमिकी दर्ज करायी है. आवेदन में जिक्र किया है कि आरोपित प्रधानाध्यापक उसके भाई और बेटा की ओर से यह कह कर दबाव बनाया जा रहा था कि समझौता कर लो नहीं, तो हमलोग तुम लोगों को भी गलत मुकदमें में फंसा देंगे. हुआ भी ऐसा ही पीड़ित छात्रा के पिता द्वारा दर्ज करायी गयी प्राथमिकी के दो दिन बाद आरोपित शिक्षक की पत्नी की ओर से पीड़ित छात्रा के माता पिता और उसके अन्य चार परिजनों सहित कुल छह लोगों के विरुद्ध घर में घुसकर सोने की चेन छीनने और मारपीट करने की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. गौरतलब है गत सोमवार को प्राथमिक विद्यालय चौहान वरेहटा में पढ़ने गयी एक छात्रा के साथ विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने पानी मांगने के बहाने अपने कार्यालय में बुलाकर उसके साथ छेड़छाड़ की घटना को अंजाम दिया था. इसके बाद गत मंगलवार को पीड़ित छात्रा के परिजन विद्यालय पहुंच कर हंगामा करते हुए प्रधानाध्यापक से उलझने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन, स्थानीय मुखिया के बीच बचाव करने के चलते विद्यालय परिसर में संभावित संघर्ष टल गया. इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. लेकिन, जिला में शिक्षा की कमान संभाल रहे जिला शिक्षा पदाधिकारी भी वही बोल रहे है, जो प्रधानाध्यापक और उसके परिजन बोल रहे है कि वायरल वीडियो दो साल पूर्व का है. बहरहाल मामला जो भी, फिलहाल मामले की जांच पुलिस कर रही है. जाचोउपारंत सच्चाई सामने देखने को मिलेगी. बोले एसपी– किसी भी व्यक्ति के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज करना पुलिस की प्रथम ड्यूटी है. लेकिन प्राथमिकी से ज्यादा महत्वपूर्ण प्राथमिकी में दर्ज करायी गयी बिंदुओं पर गहनता से जांच करना होता है. जांच में जो तथ्य सामने आता है, पुलिस उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई करती है. रौशन कुमार, एसपी
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है