सासाराम सदर. शिशु मृत्यु दर में कमी लाने को लेकर सदर अस्पताल स्थित मातृ शिशु अस्पताल में सोमवार को नवजात शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत चिकित्सकों व एएनएम का दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया. इसमें अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार व पिरामल स्वास्थ्य के जिला प्रतिनिधि रोजबिन नायक ने प्रशिक्षण दिया. इस दौरान प्रशिक्षकों ने कहा कि नवजात शिशु सुरक्षा कार्यक्रम का उद्देश्य नवजात शिशु की देखभाल और पुनर्जीवन में सुधार करना है. इससे शिशुओं की मृत्यु दर को कम होता है. यह कार्यक्रम स्वास्थ्यकर्मियों को नवजात शिशु की देखभाल और पुनर्जीवन के लिए आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करता है. इसके माध्यम से शिशु मृत्यु दर में कमी और स्वास्थ्य कर्मियों की क्षमता को भी बढ़ावा मिलता है. अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार सिंह ने बताया कि शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार कार्य कर रहा है. इसमें सफलता भी मिल रही है. जिले का एसएनसीयू इसमें अहम भूमिका निभा रहा है. नवजात शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत जिलास्तरीय चिकित्सकों व एएनएम को प्रशिक्षण दिया गया. इस प्रशिक्षण में नवजात शिशु की देखभाल और पुनर्जीवन के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक कौशल प्रदान करना, नवजात शिशु की देखभाल में सुधार, शिशु की देखभाल की गुणवत्ता में सुधार करना और मृत्यु दर को कमी लाना तथा समुदाय में नवजात शिशु की देखभाल के बारे में जागरूकता बढ़ाने की जानकारी दी गयी. मृत्यु दर में कमी लाने पर दिया बल पिरामल स्वास्थ्य की जिला प्रतिनिधि रोजबिन नायक ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से नवजात शिशु की देखभाल में सुधार करने के लिए व्यापक प्रयास किया जा रहा हैं, ताकि भविष्य में शिशु मृत्यु दर में कमी आ सके. दो दिवसीय प्रशिक्षण में स्वास्थ्यकर्मियों को नवजात शिशु की बुनियादी देखभाल की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गयी. वहीं, प्रशिक्षुओं के लिए मैनुअल और फ्लिप चार्ट विकसित किया गया है, जो उन्हें नवजात शिशु की देखभाल से संबंधित कार्यों में मदद करता है.
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