कोचस. शहर से विभिन्न मार्गों में चलनेवाले छोटे-बड़े वाहनों में आये दिन होली के अश्लील गीत बजते सुने जा रहे हैं. इससे वाहन में बैठे यात्री शर्मशार हो रहे हैं. इसको लेकर बुद्धिजीवियों ने कड़ी निंदा करते हुए प्रशासन से कार्रवाई करने की मांग की है. नगर पैक्स अध्यक्ष सुनिल दूबे, मनोज चौबे, संतोष तिवारी, अरविंद ओझा, दिलीप केसरी, सुरज सेठ, खेदन प्रसाद सिंह का कहना है कि छोटे-बड़े वाहनों से कोचिंग पढ़ने वाली लड़कियां, विभिन्न स्कूलों में कार्यरत शिक्षिका सहित अन्य महिलाएं प्रतिदिन अपने गंतव्य से आवागमन करती हैं. इस दौरान वाहन चालक जान-बूझकर होली की अश्लील गीतें बजाना शुरू करते हैं. इसे सुनकर महिलाएं शर्म से सिर झुका लेती हैं. वह अपने आप को असुरक्षित महसूस करने लगती हैं. बुद्धिजीवियों का कहना है कि अश्लील गीतों को छोड़कर सीजन के मुताबिक बसंत बहार में फाल्गुन की पारंपरिक गीतें जरूर बजने चाहिए. अश्लील गीतों से हमारा समाज शर्मशार हो रहा है. पुलिस-प्रशासन को ऐसे गीतों पर प्रतिबंध लगानी चाहिए. इस संबंध में बीडीओ दीपचंद्र जोशी ने कहा कि अश्लील गीत बजाने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए थाना अध्यक्षों को निर्देशित किया गया है.
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