ग्रामीणों के साथ बैठक कर बीमारी को लेकर फैलायी जा रही जागरूकता
सभी सरकारी अस्पतालों में है टीबी की जांच और इलाज की सुविधाफोटो-10- शिवसागर की डुमरी पंचायत में मुखिया के साथ बैठक करती स्वास्थ्य विभाग की टीम.
प्रतिनिधि, सासाराम सदरटीबीमुक्त जिला बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार कार्यक्रम चला रहा है. अब इसको पंचायत स्तर पर शुरू किया गया है. जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए पंचायतों में जागरूकता कार्यक्रम शुरू किया गया है. इसमें पंचायतों के मुखिया की अगुवाई में ग्रामीणों के साथ बैठक कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. इस कार्यक्रम के तहत मंगलवार को शिवसागर प्रखंड के डुमरी पंचायत अंतर्गत तोरनी गांव में मुखिया रंजीत कुमार की अध्यक्षता में टीबी विभाग के वरीय उपचार पर्यवेक्षक विवेक कुमार ने जनप्रतिनिधि, पंचायती राज विभाग के कर्मी, आशा कर्मी व ग्रामीणों के साथ जागरूकता बैठक की. जहां पंचायत को टीबी मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया. इस दौरान पर्यवेक्षक ने बताया कि जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में टीबी बीमारी की नि:शुल्क जांच व इलाज किया जा रहा है. किसी व्यक्ति में इसका लक्षण दिखाई देता है तो वे अपने नजदीकी पीएचसी में पहुंच जांच करा इलाज करा सकते हैं. टीबी मुक्त पंचायत बनाने में आमजनों का भी सहयोग जरुरी है. उन्होंने कहा कि टीबी जानलेवा बीमारी है पर लाइलाज नही हैं. मरीजों को समय से उपचार मिले तो उसे ठिक किया जा सकता है. इस बीमारी के बाद लोगों के रहन सहन के बारे में भी जानकारी दी गई. इस संक्रमण को तोड़ बिमारी से गांव व पंचायत को मुक्ति दिलाया जा सकता है.प्रत्येक प्रखंड से दो-दो पंचायतों का किया गया है चयन
जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए सरकार द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रम के तहत रोहतास जिला के सभी प्रखंडों से दो-दो पंचायतों को चिन्हित किया गया है. जिसे टीबी मुक्त पंचायत बनाना है. इसमें शिवसागर प्रखंड के सोनहर व डुमरी पंचायत को शामिल किया गया है. मौके पर तोरनी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के फार्मासिस्ट आशीष कुमार पांडेय, सरपंच, आशा कर्मी समेत ग्रामीण मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है