तरैया. थाना क्षेत्र के सरेया रत्नाकर गांव के एक युवक की मौत के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है. थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार सिंह न बताया कि गिरफ्तार आरोपित गोल्डन कुमार व अंशु कुमार हैं, जिन्हें पुलिस सोमवार को जेल भेजकर अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. मृतक के पिता अखिलेश कुमार सिंह के द्वारा रूबन हॉस्पिटल पटना में दिये गये फर्द बयान में पचौड़र गांव के कुल सात लोगों को अभियुक्त बनाया गया है. बता दें कि सरेया रत्नाकर के अखिलेश कुमार सिंह के इकलौते पुत्र अंकित कुमार सिंह को 19 मार्च को संध्या बाइक की ठोकर के विवाद में मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था जिसका प्राथमिक उपचार मढ़ौरा के एक निजी क्लिनिक में हुआ. उसके पश्चात चिकित्सक ने गंभीरावस्था में पटना रेफर किया, जहां अंकित चार दिनों तक जिंदगी व मौत के बीच जूझता रहा. शनिवार की रात्रि में अंकित ने रुबन हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया.
अंकित इंजीनियरिंग की पढ़ाई करता था
मृतक के पिता का सपना अधूरा रह गया. वे अपने इकलौता पुत्र को पढ़ा-लिखाकर कर इंजीनियर बना चाहते थे, लेकिन सपना पूरा नहीं हुआ. वे अपने पुत्र अंकित का एडमिशन मुजफ्फरपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज में कराये हुए थे. अखिलेश कुमार सिंह के भतीजा अंकेश कुमार बाइक का पंक्चर बनवाने पचौड़र बाजार जा रहा था कि पचौड़र गंडक नहर किवाड़ के समीप पचौड़र के दो युवकों ने उसकी पंक्चर बाइक में धक्का मार दिया और विवाद बढ़ गया. मारपीट व विवाद की खबर सुनकर अखिलेश कुमार सिंह अपने पुत्र अंकित के साथ घटनास्थल पर पहुंचे थे कि उनके पुत्र को लाठी-डंडे से मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था.
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