छपरा. गोरखपुर और कुसमी के बीच चल रहे नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के कारण रेलवे ने कई ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन कर दिया है और कुछ ट्रेनों को निरस्त भी किया गया है. इस बदलाव ने न सिर्फ यात्रियों की यात्रा को मुश्किल बना दिया है बल्कि रेलवे की सूचनाओं की पारदर्शिता और निष्क्रियता पर भी सवाल खड़े कर दिये हैं.बता दें कि मंगलवार को गुवाहाटी से जम्मू तवी जा रही 15651 अप लोहित एक्सप्रेस के बारे में वेयर इज माई ट्रेन ऐप पर यह जानकारी दी गयी थी कि ट्रेन का मार्ग परिवर्तित है. लेकिन वास्तविकता में यह ट्रेन सीवान होते हुए गोरखपुर चली गयी. परिणामस्वरूप, देवरिया और गोरखपुर जाने वाले कई यात्री ट्रेन पकड़ नहीं सके. यात्रियों का कहना है कि न तो स्टेशन के घोषणा यंत्रों से सही जानकारी दी गयी और न ही किसी रेलवे कर्मी ने मार्ग परिवर्तन की सूचना साझा की.
छपरा जंक्शन पर सुरक्षा व्यवस्था नदारद
मार्ग परिवर्तन के कारण सीवान, देवरिया और गोरखपुर जाने वाले यात्रियों की भीड़ छपरा जंक्शन पर भारी मात्रा में देखी जा रही है. मंगलवार को दरभंगा-नयी दिल्ली संपर्क क्रांति सुपरफास्ट ट्रेन के स्लीपर और जनरल कोचों में खचाखच भीड़ रही. यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने के लिए धक्का-मुक्की करनी पड़ी. स्थिति इतनी भयावह थी कि कई यात्री शौचालय की खिड़की से प्रवेश कर शौचालय में बैठकर यात्रा करने को मजबूर हुए. इस पूरी स्थिति में न तो आरपीएफ और न ही जीआरपी की कोई सक्रियता दिखी. सुरक्षा व्यवस्था की कमी के कारण यात्रियों को न केवल असुविधा झेलनी पड़ी, बल्कि संभावित दुर्घटना का खतरा भी बना रहा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है