छपरा. सोमवार की रात तेज हवा चलने के साथ ही बिजली कंपनी ने आपूर्ति बंद कर दी. जिला मुख्यालय में यह आपूर्ति लगभग चार से छह घंटे तक बाधित रही. मौसम तो सुहाना हो गया था लेकिन मच्छरों के प्रकोप से लोग परेशान रहे. सुबह के लिए जिन्हें पानी की टंकी फुल करनी थी वह नहीं कर पाये और परेशान रहे. जिन इलाकों में रात भर बिजली गुल रही वहां के लोग सबसे अधिक परेशान रहे. बिजली कंपनी के अधिकारियों का कहना था कि तेज आंधी पानी की वजह से आपूर्ति बंद कर दी गयी थी लेकिन देर रात में चालू कर दिया गया था. लोगों ने बताया कि आंधी-पानी से कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई है, और कुछ जगहों पर तो पेड़ गिरने से भी बिजली के तार टूट गये हैं. कई इलाकों में लोग लो वोल्टेज और ट्रिपिंग से भी लोग परेशान रहे.
इलाकों में छाया रहा अंधेरा
तेज आंधी-पानी के कारण बिजली की आपूर्ति बाधित होने से पूरे शहर में अंधेरा छा गया. ग्रामीण क्षेत्र के भी कई इलाकों में अंधेरा छाया रहा. सबसे अधिक परेशानी उन प्रखंडों में हुई जहां पेड़ गिरने से बिजली आपूर्ति ठप्प हुई थी. कुछ जगहों पर पेड़ गिरने से बिजली के तार टूट गए हैं, जिससे बिजली आपूर्ति और भी बाधित हुई. कई इलाकों में लोग लो वोल्टेज और ट्रिपिंग से परेशान हैं. यह समस्या आंधी पानी के बाद उत्पन्न हुई है. लोगों ने बताया कि कहीं अर्थिंग के तार टूटे हैं तो कहीं केवल जल गया है इसी से यह परेशानी उत्पन्न हुई है. बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए इंजीनियर युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं. कंपनी के अधिकारियों ने दावा किया है कि देर रात में ही आपूर्ति बहाल कर दी गयी थी. जिन जगहों पर रात में आपूर्ति बहाल नहीं हो पायी थी वहां दिन में 10 बजे तक व्यवस्था सामान्य हो गयी थी.क्या बोले अधिकारी
बमुश्किल दो से तीन घंटा तक बिजली बाधित रही थी कहीं कोई परेशानी नहीं हुई. आंधी पानी आने के कारण आपूर्ति बाधित कर दी गयी थी. अब सब कुछ सामान्य है. धीरज सती, सहायक अभियंता, एनबीपीडीसीएल, छपराडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है