छपरा. पीएचडी कोर्स वर्क में नामांकित छात्रों के वर्ग संचालन का शेड्यूल जारी कर दिया गया है. विभागों में सोमवार से शुक्रवार तक कक्षाएं संचालित होंगी. प्रतिदिन दो घंटे की कक्षा चलेगी. वहीं कुछ विभागों में सोमवार व मंगलवार को लाइब्रेरी क्लास रखा गया है. जहां कोर्स वर्क में नामांकित छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय के सेंट्रल लाइब्रेरी में जाकर अध्ययन कर सकेंगे. कोर्स वर्क के अंतर्गत कंप्यूटर प्रशिक्षण तथा रिसर्च एंड मैथोलॉजी की कक्षाएं चल रही हैं. कंप्यूटर प्रशिक्षण की कक्षाएं विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा भवन में आयोजित करायी जा रही है. वहीं पीजी के 17 विभागों में नामांकित शोध छात्रों के रिसर्च एंड मैथोलॉजी की कक्षाएं साइंस ब्लॉक व सोशल साइंस ब्लॉक में चल रही है. कोर्स वर्क की अवधि छह माह की होगी. छह माह के कोर्स वर्क के संचालन के उपरांत परीक्षा होगी. परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद छात्रों को रिसर्च के लिए गाइड अलॉट होंगे. जिन छात्रों का नामांकन कोर्स वर्क में हुआ है. वह पीजी विभागों से वर्ग संचालन का शेड्यूल प्राप्त कर सकते हैं.
गाइड के निर्देशन में तैयार करना होगा सिनॉप्सिस
छह माह का कोर्स वर्क पूरा होने के बाद छात्र-छात्राएं गाइड के निर्देशन में सिनॉप्सिस तैयार करेंगे. सिनॉप्सिस तैयार होने के बाद उसे पहले डिपार्टमेंटल रिसर्च काउंसिल में अप्रूव कराना होगा. विभाग से सिनॉप्सिस अप्रूव होने के बाद उसे पीजीआरसी में भेजा जायेगा. पीजीआरसी की बैठक में सिनॉप्सिस की जांच होगी. पीजीआरसी से अप्रूव होने के बाद विभाग स्तर पर सिंपोजियम व सेमिनारों का आयोजन होगा. अधिकतम दो सेमिनार में शामिल होने वाले छात्रों का साक्षात्कार होगा. जिस प्रक्रिया के समाप्त होने के बाद उन्हें उपाधि दी जायेगी.
रिसर्च में लागू हुआ है एंटी प्लेगेरिज्म
यूजीसी ने जेपीयू को शोध एवं शैक्षणिक आलेखों में की गयी साहित्यिक चोरी की जांच के लिये एंटी प्लेगेरिज्म सॉफ्टवेयर उपयोग करने के लिये अधिकृत किया है. इस सॉफ्टवेयर के उपयोग से विश्वविद्यालय में हो रहे अनुसंधान की गुणवत्ता बढ़ेगी. वहीं गुणवत्तापूर्ण शोध कार्य में आसानी होगी साथ ही शोधार्थी को भी परेशानी नही होगी. विदित हो कि एंटी प्लेगेरिज्म लागू करने से सम्बंधित रेगुलेशन को 2018 में ही यूजीसी ने जारी किया था. एंटी प्लेगेरिज्म लागू होने के बाद विश्वविद्यालय में ही शोध ग्रंथ चेक हो सकेगा. विवि स्तर पर पूर्व में कोई भी सॉफ्टवेयर उपलब्ध नहीं था जो किसी शोध कार्य में से साहित्यिक चोरी को पकड़ा जा सके.
पीजी के 17 विभागों में हुआ है नामांकन
जयप्रकाश विश्वविद्यालय में पीएचडी कोर्स वर्क में विज्ञान, वाणिज्य, सामाजिक विज्ञान व मानविकी के अंतर्गत कुल 17 पीजी विभागों में 189 छात्रों का नामांकन हुआ है. पीजी के इन विभागों में भौतिकी, रसायन शास्त्र, गणित, जूलॉजी, बॉटनी, हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, उर्दू, इतिहास, अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान, दर्शनशास्त्र, राजनीति विज्ञान, भूगोल, वाणिज्य व गृह विज्ञान विभाग शामिल है.अनुमति को लेकर शोध छात्रों में असमंजस की स्थिति
पीएचडी कोर्स वर्क में नामांकन के लिए कई ऐसे अभ्यर्थी चयनित हुए हैं. जो विश्वविद्यालय के अंतर्गत विभिन्न कॉलेजों में अतिथि शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं. अतिथि शिक्षकों को महाविद्यालय स्तर पर अनुमति पत्र प्राप्त नहीं हुआ है. ऐसे में वह शोध कार्य करने को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं. कुछ विभागों द्वारा यह गाइडलाइन जारी किया गया है कि जब तक उन्हें विभाग स्तर पर अनुमति नहीं दी जाती तब तक वह कोर्स वर्क की कक्षाओं में शामिल नहीं हो सकते. ऐसे में अब अतिथि शिक्षकों को विभाग से अनुमति पत्र मिलने का इंतजार है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

