नगरा.
थाना क्षेत्र के अफौर गांव में भूमि और मक्का तोड़ने को लेकर हुए पुराने विवाद ने एक बार फिर हिंसक रूप ले लिया. शनिवार की रात हमले में गंभीर रूप से घायल हुए 55 वर्षीय तेरस राम की बुधवार को पटना के पीएमसीएच में इलाज के दौरान मौत हो गयी. उनके निधन की खबर मिलते ही गांव में मातम पसर गया. शव जैसे ही गांव पहुंचा, परिजनों की चीख-पुकार से माहौल गमगीन हो उठा. पत्नी फूलपत्ती देवी और पुत्री सबिता कुमारी बेसुध होकर गिर पड़ती रहीं, जिन्हें ग्रामीणों ने संभाला. पूरे गांव में शोक और आक्रोश का माहौल व्याप्त रहा. घटना के बारे में बताया गया कि तेरस राम और उनके पट्टीदार जीउत राम के बीच एक कट्ठा जमीन को लेकर वर्षों से विवाद चल रहा था. शनिवार की शाम खेत में मक्का तोड़ने के दौरान दोनों पक्षों में कहासुनी हुई, जिसे ग्रामीणों ने शांत करा दिया था, लेकिन देर रात जीउत राम, उसका पुत्र बिक्की कुमार और पुत्री शोभा कुमारी ने मिलकर हंसुआ से तेरस राम पर जानलेवा हमला कर दिया. पेट में गंभीर चोट लगने के कारण तेरस राम गंभीर रूप से घायल हो गये. उन्हें पहले नगरा सीएचसी, फिर छपरा सदर अस्पताल और अंततः पीएमसीएच, पटना रेफर किया गया. चार दिन तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद उन्होंने अंतिम सांस ली. वहीं मृतक की पुत्री सबिता कुमारी के बयान पर नगरा थाना में जीउत राम, बिक्की कुमार और शोभा कुमारी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बिक्की और शोभा को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. मुख्य आरोपित जीउत राम अब भी फरार है. नगरा थानाध्यक्ष विजय कुमार रंजन ने बताया कि उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है और जल्द ही उसे पकड़ लिया जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है