सोनपुर. विश्वप्रसिद्ध सोनपुर मेला 2025 की गुरुवार की संध्या सांस्कृतिक उत्सव के रंगों में इस कदर घुली कि पूरा परिसर तालियों और जयघोषों से गूंज उठा. सारण जिला प्रशासन द्वारा संचालित मुख्य सांस्कृतिक मंच पर कार्यक्रम का शुभारंभ होते ही लोकगायक आदित्य ने मंच संभाला और अपनी मधुर, दमदार और लोकधुनों से भरपूर प्रस्तुति से माहौल को जीवंत कर दिया. जैसे ही उन्होंने मशहूर भोजपुरी गीत “पिववा गइल कलकत्ताबा रे सजनी रे” छेड़ा, वैसे ही दर्शकों में जोश की लहर फैल गयी. सभी उम्र के लोग गीत की धुन पर झूम उठे. आदित्य की सुरों की मिठास, मंच पर उनकी अदाएं और ढोलक-नगाड़े की गूंज ने पंडाल में बैठे हजारों दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. आदित्य ने विरह, श्रृंगार और ग्रामीण संस्कृति की महक से भरे कई लोकप्रिय लोकगीत भी प्रस्तुत किए. उनके हर गीत पर तालियों की गड़गड़ाहट गूंजती रही. कलाकारों का हौसला बढ़ाने के लिए लोग बार-बार उत्साह से सीटियां और हूटिंग करते रहे. सांस्कृतिक मंच पर यह शाम मानो लोकसंगीत का उत्सव बन गयी. मेला परिसर में मौजूद दर्शकों ने कहा कि आदित्य की प्रस्तुति ने सोनपुर मेला की पारंपरिक रौनक को और भी भव्य बना दिया. मुख्य मंच पर आगे भी कई कलाकारों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से रात को यादगार बना दिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

