छपरा. सारण के 217 प्राइमरी, मिडिल, हाइ और प्लस टू स्कूलों के हेड मास्टरों का वेतन जिला शिक्षा पदाधिकारी ने अगले आदेश तक बंद कर दिया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने यह कार्रवाई हेड मास्टर द्वारा की गयी लापरवाही को लेकर की गयी है. कई बार के आदेश के बावजूद उनके द्वारा अभी तक स्कूल में नामांकित बच्चों की ऑनलाइन एंट्री नहीं की गयी है.
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने अपने पत्र के माध्यम से कहा है कि हेड मास्टरों को विभिन्न पत्रों के माध्यम से निर्देशित किया गया था कि प्राइमरी विद्यालय में नमांकित कक्षा- एक के सभी बच्चों का और मिडिल स्कूल, हाइस्कूल और प्लस टू स्कूल के बच्चों का इ-शिक्षाकोष पोर्टल पर इंट्री कर दी जाये. लेकिन समीक्षा के क्रम में पाया गया कि 171 प्राइमरी और 46 अन्य सरकारी स्कूलों के द्वारा बच्चों का इंट्री करना प्रारंभ भी नहीं किया गया है, जो काफी खेद का विषय है एवं कार्य के प्रति लापरवाही को दर्शाता है.एंट्री नहीं होगी तो बच्चों को यह होगा नुकसान
जिला शिक्षा पदाधिकारी निशांत गुंजन ने कहा है कि यदि बच्चों का इंट्री इ-शिक्षाकोष पोर्टल पर नहीं किया जाता है तो सभी बच्चे सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हो जायेगे, जिसकी सारी जवाबदेही इन हेड मास्टरों की होगी. क्योंकि उनकी ही लापरवाही से हजारों बच्चे सरकारी योजनाओं से वंचित हो जाएंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

