छपरा. भाजपा में अमनौर से विधायक कृष्ण कुमार उर्फ मंटू सिंह की राजनीतिक किस्मत ने एक बार फिर करवट ली और बुधवार को वह बिहार सरकार के मंत्री बनाये गये है. श्री सिंह मौजूद समय में अमनौर विधानसभा से भाजपा के विधायक है. उन्होंने मुखिया से लेकर मंत्री पद तक का सफर तय कर लिया है. जिससे उनके समर्थकों में हर्ष व्याप्त है.बता दें कि मंटू सिंह मूलत: परसा प्रखंड के बनौता पंचायत के निवासी है. वह पहली बार इसी पंचायत से राजनीति के मैदान में उतरे थे और 2001 में बनौता पंचायत का मुखिया बनने में सफल रहे थे. इसके बाद वे वर्ष 2009 में पैक्स अध्यक्ष चुने गये थे. वर्ष 2001 में बनौता पंचायत से मुखिया बने थे और धीरे-धीरे उनका राजनीतिक कद बढ़ता गया और वर्ष 2010 में वे जदयू के टिकट से अमनौर विधानसभा के विधायक बने और बाद में फिर यह सीट शत्रुध्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा के खाते में चली गयी. वर्ष 2015 में महागठबंधन में जदयू के टिकट से वे यहां चुनाव लड़े जिसके बाद वह श्री तिवारी से चुनाव हार गये थे. इसी बीच वर्ष 2020 में श्री सिंह ने चुनाव के ठीक पहले जदयू का साथ छोड़ भाजपा की सदस्यता ले ली और अमनौर विधानसभा से भाजपा के विधायक बनने में सफल रहे. लगभग 40 वर्षीय मंटू सिंह को प्रदेश में अवधिया समाज यानी पटेल का बड़ा नेता माना जाता है. अपनी जाति के लोगों को गोलबंद करने में इनकी महती भूमिका रही है. इनकी पत्नी सविता देवी वर्ष 2005 से मौजूदा समय तक परसा की प्रखंड प्रमुख है. दो बेटियों व दो बेटों के पिता मंटू सिंह की जिले भर में अच्छी लोकप्रियता है. उनकी दोनों बेटियां मेडिकल की पढ़ाई कर रही है. वहीं बेला हाल ही में नेट क्वालिफाई किया है. एक बेटा इंजीनियरिंग की पढ़ा कर रहा है.
छात्र राजनीति से मंत्री तक का सफर
27 फरवरी 1977 को जन्मे कृष्ण कुमार मंटू ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत छात्र राजनीति से की थी. शुरुआती दौर में वे अपने गांव बनौटा के मुखिया बने और बाद में पंचायत स्तर की राजनीति में सक्रिय हो गये. उनकी पत्नी सविता देवी लगातार चार बार ब्लॉक प्रमुख चुनी गईं, जिससे उनके परिवार की राजनीतिक पकड़ मजबूत होती गयी.विवादों से भी रहा है नाता
विधायक रहते हुए कृष्ण कुमार मंटू कई बार विवादों में भी घिर चुके हैं. उनके खिलाफ सरकारी अधिकारियों को धमकाने और जबरन वसूली के आरोप लगे थे. 2015 के चुनाव के दौरान भी उन पर शारीरिक धमकियों से जुड़े कई मामले दर्ज हुए थे. हालांकि, उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को हमेशा राजनीतिक साजिश बताया है.पैतृक गांव में जश्न का माहौल
उनके मंत्री बनने पर उनके पैतृक गांव बनौता में स्थानीय लोगों में हर्ष देखा गया. पंचायत के मुखिया संजिव सिंह, अवधेश सिंह, संजय कुमार उर्फ डब्लू साह, निरंजन शर्मा, सुचिंद्र साह, संतोष कुमार, अमरनाथ प्रसाद, ललन साह, अशोक सिंह, राजेश कुमार राय, राजीव रंजन, रितेश कुमार, विक्की कुमार, सरिखे लोगों ने बधाई देते हुए कहा है कि क्षेत्र के इस लाल के मंत्री बन जाने से अब क्षेत्र का तेजी से विकास होगा. आसन्न विधानसभा चुनाव में इसका असर देखने को मिलेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है