Bihar Flood: बिहार में गंगा के साथ ही अन्य प्रमुख नदियों में भी उफान है. सरयू के रौद्र रूप को छपरा नगर निगम के लोगों ने 2008 के बाद शुक्रवार को पहली बार देखा. जब पूरे छपरा शहर में बाढ़ के पानी ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी.
डीएम एसपी के कार्यालय में भी पानी
छपरा में तबाही मचा रही इस बाढ़ में आम लोगों के हजारों घर और दुकान तो डूबे ही, डीएम-एसपी समेत सभी बड़े अधिकारियों के कार्यालय भी पूरी तरह जलमग्न हो गए. शुक्रवार को शहर के लोगों और जिला प्रशासन के अधिकारियों के बीच तीखी बहस और हो हंगामा भी हुआ.
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बांध बनाने पर हुई तीखी बहस
हंगामा का कारण सरकारी कार्यालय को बचाने के लिए बनाया गया बांध था, लोगों के आक्रोश के बाद अधिकारियों ने जब बांध को हटाया तब लोग शांत हुए. बाढ़ प्रमंडल के अधिकारियों का कहना है कि रेवा घाट में जल स्तर में कमी आयी है, लेकिन गंगा नदी और सरयू नदी के जल स्तर में कोई कमी नहीं आयी है और अभी बढ़त पर है ऐसे में एक-दो दिन और परेशानी बढ़ सकती है.

बांध हटते ही डूब गये सभी सरकारी कार्यालय
जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों के आक्रोश से बचने के लिए नगर निगम और बुडको एजेंसी ने अलग इंतजाम कर दिए. शहर के मौना चौक तिनकोनिया के पास दो दिन पहले बुडको के इंजीनियरों ने कच्चा बांध बना दिया था. इसका असर यह हुआ कि कलेक्ट्रेट और अन्य रोड में पानी आना तो बंद हो गया, लेकिन सरकारी बाजार, मौना चौक, करीम चक, कटहरी बाग, साहिबगंज समेत करीब आधा दर्जन वार्ड के दर्जनों मोहल्ले डूब गये. यह इलाके हैं जहां पर हजारों की संख्या में दुकान है और फुटपाथ व्यवसाय हैं.

क्या बोले कार्यपालक अभियंता
रेवा घाट के जल स्तर में कुछ कमी आयी है. एक-दो दिन में गंगा के जल स्तर में भी कमी आयेगी. हालांकि यह सब कुछ मौसम और बारिश पर निर्भर करता है. उत्तराखंड और पहाड़ों पर लगातार बारिश हो रही है इसी वजह से तेजी से जल स्तर में बढ़ोतरी हो रही है.
रामबाबू राय, कार्यपालक अभियंता, बाढ़ प्रमंडल

