Bihar: सोशल मीडिया की लत ने एक महिला सिपाही की वर्दी पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं. छपरा नगर थाना में पदस्थापित सिपाही अंशु आनंद ने थानाध्यक्ष कार्यालय में बैठकर जातीय भावना भड़काने वाले गाने पर अभिनय किया और उसका वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. वीडियो के सामने आते ही पुलिस विभाग में सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू हो गई.
DIG ने दिए जांच के आदेश, SSP ने तुरंत किया सस्पेंड
इस मामले की जानकारी DIG को मिलते ही उन्होंने SSP कुमार आशिष को त्वरित जांच के निर्देश दिए. जांच में पुष्टि हुई कि सिपाही ने विभागीय आचार संहिता और अनुशासन का खुला उल्लंघन किया है. स्पष्टीकरण मांगा गया, लेकिन जवाब अस्वीकार्य था. परिणामस्वरूप अंशु आनंद को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
थाने के भीतर जातिसूचक गीत पर एक्टिंग, पुलिस की छवि को नुकसान
वीडियो में महिला सिपाही को थाने के अंदर ही जातीय रील बनाते देखा गया, जो स्पष्ट रूप से विभाग की गरिमा के खिलाफ था. घटना से पुलिस की साख को गहरा झटका लगा है और महकमे की प्रतिष्ठा पर सवाल उठे हैं.
अब सिर्फ मिलेगा जीवन भत्ता, 7 दिन में देना होगा अंतिम जवाब
एसएसपी कुमार आशिष ने साफ कहा कि, “अनुशासनहीनता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. विभागीय छवि बनाए रखना हर कर्मी की जिम्मेदारी है.” निलंबित सिपाही को अब सिर्फ जीवन यापन भत्ता मिलेगा और 7 दिनों में अंतिम स्पष्टीकरण देना अनिवार्य होगा.
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सोशल मीडिया के इस्तेमाल को लेकर सख्त हिदायत
घटना के बाद SSP कार्यालय से सभी पुलिसकर्मियों को सोशल मीडिया को लेकर सावधानी और संयम बरतने का आदेश जारी किया गया है. अब महकमा सख्त रुख में है और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस तरह की लापरवाही पर और कड़ा रुख अपनाया जाएगा.