छपरा. शिक्षक अपने दायित्व को समझे, निश्चित तौर पर बिहार देश में टॉप पर होगा. बिहार के शिक्षक पठन-पाठन में किसी स्तर से कमजोर नहीं है उनकी जिस स्तर पर परीक्षा ली गयी उन्होंने साबित किया. अब शिक्षकों को कक्षाओं में साबित करना होगा कि वह अपने दायित्व को भूल नहीं हैं और शैक्षणिक क्षेत्र को बेहतर करने के लिए वह हर संभव प्रयास करेंगे. यह बातें मुख्य अतिथि सह विधान पार्षद डॉ वीरेंद्र नारायण यादव ने शहर के भिखारी ठाकुर प्रेक्षा गृह में आयोजित सक्षमता परीक्षा-2 उत्तीर्ण शिक्षकों के औपबंधिक नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में कहीं.
बच्चों के साथ बेहतर ताल मेल कर शिक्षा की गुणवत्ता को दे सकते हैं बढ़ावा
इस अवसर पर प्रमंडलीय आयुक्त गोपाल मीणा ने शिक्षकों को बताया कि कैसे वे कक्षा में बच्चों के साथ बेहतर ताल मेल कर शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ावा दे सकते हैं. उन्होंने अपनी बचपन की यादों को ताजा करते हुए और अपनी गुरु की बतायी कुछ बातों को याद करते हुए शिक्षकों से कहा कि यदि शिक्षक गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देते हैं तो बच्चे भी उनको जिंदगी भर याद रखते हैं और उनके पढ़े हुए बच्चे शानदार पदों पर काबिज होते हैं एक अच्छे इंसान भी बनते हैं. जिलाधिकारी अमन समीर ने तो शिक्षकों को बेहतर पठन-पाठन के लिए कई टिप्स दिए और उनके कर्तव्य और दायित्वों को समझाते हुए कहा कि आज बिहार सरकार जिस तरह से शिक्षकों के उत्थान के लिए हर संभव प्रयास कर रही है ऐसे में शिक्षकों को चाहिए कि स्कूलों में जो भी सरकारी सुविधा और योजनाएं लागू की गयी है उसे बच्चों तक पहुंचाएं और बेहतर शिक्षण दे. इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि राकेश कुमार सिंह, डीपीओ समग्र शिक्षा अभियान प्रियंका रानी, विद्यासागर विद्यार्थी,अतिथियों का स्वागत जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना धनंजय पासवान ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन जिला शिक्षा पदाधिकारी विद्यानंद ठाकुर ने किया. संचालन संजय भारद्वाज ने किया. जानकारी हो कि सारण के कुल 2520 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र शनिवार को दिया गया है. इनमें 20 शिक्षकों को मुख्यमंत्री के हाथों, 100 शिक्षकों को भिखारी ठाकुर सभागार में और शेष शिक्षकों को प्रखंडों के बीआरसी पर दिया गया.नियुक्ति पत्र पाने के बाद खुश दिखे शिक्षक
जैसे ही शिक्षकों के हाथ में औपबंधिक नियुक्ति पत्र मिला उनके चेहरे खिल उठे. उनकी खुशी का सबसे बड़ा कारण यह था कि अब वह नियोजित शिक्षक नहीं कहलायेंगे. शिक्षिका अलका कुमारी ने कहा की नियोजन का टैग अब हम लोगों से हट गया अब हम लोग विशिष्ट शिक्षक कहलाएंगे. शिक्षिका ममता कुमारी ने कहा कि जब कहीं अपना परिचय देना होता था तो नियोजित शिक्षक कहने में थोड़ी झिझक महसूस होती थी. इसी तरह शिक्षक विनोद माझी, रमेश प्रताप सिंह, पंकज कुमार चौहान, अर्चना कुमारी ,कामता प्रसाद, निरुपमा कुमारी, सुनीता कुमारी, मनोज कुमार, दीपमाला कुमारी, राजू कुमार, रानी कुमारी, नीतू कुमारी, बेबी कुमारी, कुमारी सुनीता गुप्ता, शिव शंभू नारायण, धनजीत कुमार, रेखा कुमारी, जितेंद्र कुमार, आशा कुमारी, अनूप कुमार मिश्रा, श्वेता कुमारी आदि ने नियुक्ति पत्र मिलने पर खुशी व्यक्त की.
आंकड़ों में नियुक्ति पत्र पाने वाले शिक्षक
– एक से पांच कक्षा के 2275 शिक्षक- छह से आठ कक्षा के 145 शिक्षक- नौ से 10 कक्षा के 66 शिक्षक- 11 से 12 कक्षा के 21 शिक्षक- छह शारीरिक शिक्षक- सात पुस्तकालय अध्यक्षकिस प्रखंड में कितने शिक्षकों को दिया गया नियुक्ति पत्र
अमनौर में 175, बनियापुर में 270, छपरा सदर में 195, दरियापुर में 203, दिघवारा में 92, एकमां में 152, गढ़खा में 146, इसुआपुर में 145 जलालपुर में 43, लहलादपुर में 46 , मकेर में 126, मांझी में 172 ,मड़ावरा में 157, मशरक में 95, नगरा में 61 ,पानापुर में 78, परसा में 151, रिवील गंज में 34, सोनपुर में 27, तरैया में 151 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

