छपरा : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के कई ठिकानों पर एक साथ आयकर के छापे की सूचना के बाद पूर्व रेल मंत्री के राजनीतिक कर्म क्षेत्र में दिन भर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा. जहां राजद के कार्यकर्ता व नेता कुछ भी बोलने से बचते रहे.
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के द्वारा लगातार आय से अधिक संपत्ति अर्जित किये जाने के मामले में राजद सुप्रीमो तथा उनके परिजनों पर लगाये जा रहे आरोपों पर चर्चा करते हुए भाजपाई आयकर के छापे को हकीकत से जोड़ कर आरोपों को सही साबित करने में तुले हुए थे. पहली बार सन् 1977 में जेपी आंदोलन के दौरान छपरा के सांसद लालू प्रसाद चुने गये.
उसके बाद 1980 में सोनपुर के विधायक बने. सक्रिय राजनीति में लगातार अपनी मजबूत स्थिति को दरसाने के बावजूद न तो छपरा में लालू प्रसाद के नाम से कोई संपत्ति है और न ही उनके परिजनों के नाम पर. यही हाल सोनपुर में भी है. हालांकि समर्थकों की लंबी फेहरिस्त रखने वाले लालू प्रसाद को कभी इस इलाके में रहने व राजनीतिक गतिविधि चलाने में परेशानी नहीं हुई. बावजूद आज जब छापेमारी की खबर आयी तो सभी का ध्यान सारण संसदीय क्षेत्र व सोनपुर विधानसभा क्षेत्र की ओर ध्यान चला गया.