छपरा(सारण) : आंगनबाड़ी की सेविका-सहायिकाओं को अपमानित किया जा रहा है. इनका चरित्र हनन गीत-संगीत के जरिये किया जा रहा है और सरकार चुप बैठी है. उक्त बातें अध्यक्ष ललिता सिंह ने बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन के आह्वान पर नगर पालिका चौक पर आयोजित धरना को संबोधित करते हुए बुधवार को कहीं.
उन्होंने कहा कि फटेहाली और बदहाली के दौर से गुजर रहीं आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को 14 माह से मानदेय नहीं मिला है. केंद्र के भवनों के किराये का भुगतान नहीं किया जा रहा है. केंद्रों का संचालन निजी हाथों में सौंपने का षड्यंत्र किया जा रहा है. आउट सोर्सिंग एजेंसी और एनजीओ के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों को संचालित करने की सरकार की साजिश को नाकाम किया जायेगा. उन्होंने कहा कि सरकार सेविका-सहायिकाओं के साथ नाइंसाफी कर रही है,
जिसे सहन नहीं किया जायेगा. उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका अपने हक व अधिकारों की रक्षा के लिए पूरी तरह एकजुट हैं और सरकार की लाठी -गोली से डरने वाली नहीं हैं. उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका के चरित्र हनन करने वाले गीत-संगीत पर सरकार शीघ्र प्रतिबंध लगाये. हेवांती देवी ने कहा कि मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी.