छपरा : जिला कांग्रेस ने मंगलवार को 75 वां क्रांति दिवस समारोहपूर्वक आयोजित किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पार्टी के जिलाध्यक्ष डॉ कामेश्वर प्रसाद सिंह विद्वान ने बताया कि आठ अगस्त 1942 को मुंबई कांग्रेस अधिवेशन में नेहरू जी ने अंग्रेजों भारत छोड़ों व करो या मरो का प्रस्ताव पेश किया, जिसका समर्थन सरदार बल्लभ भाई पटेल ने किया एवं गांधी जी ने इसे जीवन की अंतिम लड़ाई की संज्ञा देते हुए देश के नाम संदेश जारी किया.
इसी क्रांति की कड़ी में पटना के सात शहीदों में सारण के दो शहीद, नरीनपुर के उमाकांत सिंह व नयागांव के राजेंद्र प्रसाद सिंह ने प्राणों की आहूति दी थी.
जिले के स्वतंत्रता के लिए शहादत देने वालों की लंबी फहेरिस्त है. उन्होंने ऐसी परंपरा वाले जिले के माहौल को असामाजिक तत्वों द्वारा विगत पांच दिनों में बिगाड़ने की कोशिश को दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
मौके पर प्रस्ताव पारित कर घटना की तीव्र निंदा की गयी एवं दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई तथा पीड़ितों को मुआवजा देने की मांग की. मौके पर पूर्व विधायक बुद्धन यादव, अशोक जायसवाल, रामस्वरूप राय, हरेश यादव, ललन सिंह, अनूप श्रीवास्तव, राजू सिंह, मो अकरम कुरैशी आदि उपस्थित थे. लालबाबू गिरि, शैलेंद्र सिंह, किशुन सिंह, अनवर अंसारी, फैसल अनवर आदि उपस्थित थे.