* जिला पल्स पोलियो टास्क फोर्स की बैठक में तैयारी की हुई समीक्षा
छपरा (सारण) : पल्स पोलियो अभियान में कार्य करनेवाले कर्मियों को प्रशिक्षण लेना आवश्यक है. जिन कर्मियों ने प्रशिक्षण नहीं लिया है, उनसे जवाब तलब कर शीघ्र अनुशासनिक कार्रवाई करें.
उक्त बातें जिलाधिकारी अभिजीत सिन्हा ने बुधवार को समाहरणालय सभागार में आयोजित पल्स पोलियो टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के नाम पर महज कागजी खानापूर्ति नहीं हो. ऐसा करनेवालों पर कार्रवाई होगी. डीएम ने कहा कि यह बात सामने आयी है कि पिछले राउंड में दवा का उठाव समय पर किया गया, लेकिन क्षेत्र में दवाएं समय पर नहीं पहुंचीं. इसकी पुनरावृति होने पर दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा.
उन्होंने सभी बीडीओ, सीडीपीओ और चिकित्सा पदाधिकारियों को चेताया कि क्षेत्र में दवा पहुंचाने की व्यवस्था को दुरुस्त रखें. उन्होंने बीडीओ, सीडीपीओ तथा मेडिकल ऑफिसरों को अपने-अपने क्षेत्रों में अपने हाथों से बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक पिला कर अभियान का शुभारंभ करने का निर्देश दिया. वैक्सिनेटरों की समस्याओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस अभियान के वे महत्वपूर्ण अंग हैं और उनके द्वारा बतायी गयी समस्याओं का शीघ्र समाधान करें, क्योंकि क्षेत्र की समस्याओं से वही रू-ब-रू होते हैं.
उन्होंने अभियान के महत्व से जन-जन को अवगत कराने पर बल देते हुए व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार कराने और आम लोगों को अपने बच्चों को जागरूक करने को कहा. डीएम ने बताया कि यह अभियान 16 से 22 जून तक जिले में चलेगा. पांच वर्ष तक के बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक पिलाने की सभी आवश्यक तैयार कर ली गयी है.
सिविल सजर्न विनय कुमार यादव ने बताया कि विटामिन ए खुराक भी बच्चों को पिलायी जानी है, जिसकी तैयारी व्यापक स्तर पर की गयी है. कार्य योजना तैयार कर ली गयी है. इस अभियान के लिए पूर्व में जो राशि प्रखंडों में भेजी गयी है, उसका उपयोगिता प्रमाणपत्र अब तक नहीं मिला है.
उन्होंने सभी चिकित्सा प्रभारी पदाधिकारियों को चेताया कि उपयोगिता प्रमाणपत्र भेजें अन्यथा आवंटन रोक दिया जायेगा. बैठक में उपाधीक्षक डॉ शंभूनाथ सिंह, डीपीएम धीरज कुमार, डीसीएम विजेंद्र सिंह, बीडीओ, सीडीपीओ, मेडिकल ऑफिसरों ने भाग लिया.