घटना के बाद ट्रेन 35 मिनट ट्रैक पर खड़ी रही
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इमरजेंसी ब्रेक लगा रोकी ट्रेन, बाल-बाल बचे कर्मी
घटना के बाद ट्रेन 35 मिनट ट्रैक पर खड़ी रही दाउदपुर(मांझी) : पूर्वोत्तर रेलवे के दाउदपुर स्टेशन के 61सी ढाला के समीप बुधवार को रेल ट्रैक पर कार्य कर रहे दर्जनों रेलकर्मी ट्रेन की चपेट में आने से बाल-बाल बच गये जिससे एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. इस दौरान कार्य स्थल पर अफरा-तफरी मच […]
दाउदपुर(मांझी) : पूर्वोत्तर रेलवे के दाउदपुर स्टेशन के 61सी ढाला के समीप बुधवार को रेल ट्रैक पर कार्य कर रहे दर्जनों रेलकर्मी ट्रेन की चपेट में आने से बाल-बाल बच गये जिससे एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. इस दौरान कार्य स्थल पर अफरा-तफरी मच गयी और रेलकर्मी इधर-उधर भागने लगे. घटना के संबंध में बताया जाता है कि दाउदपुर स्टेशन व 61सी ढ़ाला के बीच पीडब्लूआई रेलकर्मी डाउन ट्रेक पर रेल कटिंग कर वेल्डिंग का कार्य कर रहे थे. इसी दौरान डाउन ट्रैक से मौर्य एक्सप्रेस ट्रेन तेज गति चलते हुए ट्रेन को रुकने के लिए लगाये गये लाल झंडी तोड़ आगे बढ़ गयी जिसे देख रेलकर्मी अपना सामान इधर-उधर फेंक भाग कर जान बचायी.
घटना के बाद उक्त ट्रेन 35 मिनट तक ट्रैक पर खड़ी रही. इस संबंध में स्टेशन अधीक्षक पीके राठौर ने बताया कि पीडब्लूआई उमेश चौधरी के द्वारा 11 बजकर 15 मिनट पर लाइन ट्रू का मेमो दिये जाने के बाद मौर्य ट्रेन को लिया गया. जबकि पीडब्लूआई उमेश चौधरी ने बताया कि रेल ट्रैक पर जिस जगह पर कार्य होता है उसके 600 मीटर दूरी पर लाल झंडी लगायी जाता है. 11 बजे तक कार्य पूरा कर लेने के बाद लाइन क्लियर दिया गया. जैसे ही मेमो दिया गया. उसी दौरान 11 बजकर 18 मिनट पर डाउन मौर्य ट्रेन चली आयी.
जहां रेलकर्मी कार्य स्थल से हट चुके थे. रेल चालक की लापरवाही से यह घटना प्रतीत होती है. हालांकि घटना स्थल पर मौर्य ट्रेन के चालक सत्यजीत कुमार ने ट्रेन को रोक कार्य स्थल का मुआयना किया. चालक ने बताया कि मुझे कोई कॉशन नहीं मिला था. लाइन क्लियर होने की जानकारी मिली थी. ट्रेन की स्पीड करीब 108 के रफ्तार में थी. इस कारण इमरजेंसी ब्रेक लगाना बड़े हादसे का संकेत दे रहा था. यदि कार्य स्थल पर रेलकर्मी सतर्क नहीं होते तो बहुत बड़ी दुर्घटना हो सकती थी.
ट्रेन मंे अचानक ब्रेक लगते ही यात्रियों में मची अफरा-तफरी
छपरा-सीवान रेलखंड के दाउदपुर स्टेशन के समीप अचानक मौर्य ट्रेन की इमरजेंसी ब्रेक लगते ही यात्रियों में खलबली मच गयी. जैसे ही ट्रेन के चालक और गार्ड ट्रेन से नीचे उत्तर कर दौड़ने लगे.
इसे देख सैकड़ों यात्री ट्रेन से उतर कर इधर-उधर भागने लगे. इस स्थिति को देख स्थानीय लोग हैरान हो गये. पहले तो यात्री समझे कि ट्रेन पटरी से उतर गयी है. इसके कारण लोगों ने हादसे के भय से घटनास्थल पर बोगियों से हल्ला मचाने लगे.
जैसे-तैसे रेल कर्मियों के समझाने-बुझाने के बाद स्थिति नियंत्रण में हुई. मालूम हो कि दूमदुमा रेलवे ढ़ाला के समीप रेल मरम्मती का कार्य चल रहा था. इसी दौरान डाउन मौर्य ट्रेन तेज गति से आ गयी.
यहां पीडब्लूआई के दिशा निर्देश पर रेलकर्मी कार्य कर रहे थे. अचानक गाड़ी नजदीक देख कर्मियों में भगदड़ मच गयी. कर्मी जबतक ट्रेक पर लगे लाल झंडी हटा पाते कि ट्रेन झंडी को रौंदती हुई आगे बढ़ गयी. हालांकि ट्रेनचालक ने सतर्कतापूर्ण ढंग से ट्रेन को रोकने में सफल हुए. इस संबंध में स्टेशन अधीक्षक पीके राठौर ने बताया कि पीडब्लूआई ने 11 बजकर 15 पर लाइन ब्लॉक क्लियर होने के मेमो मिलने के बाद मैंने एकमा में खड़ी मौर्य ट्रेन को डाउन ट्रेक पर ले लिया. संयोग ही था कि बड़ी दुर्घटना टल गयी.
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