छपरा (सदर) : लगातार दो वर्षों में भारत को पुरुष तथा महिला एशिया कप में खिताब दिलाने वाले भारत के हॉकी टीम के कोच हरेंद्र सिंह का सपना अब आगामी 21 जुलाई से पांच अगस्त तक लंदन में होने वाले विश्व हॉकी प्रतियोगिता को जितना है. बता दें कि हरेंद्र की कोचिंग में भारत ने चीन को पेनल्टी शुटआउट में 5-4 से हराकर एशिया कप पर कब्जा जमाया है.
वर्ष 2016 में जूनियर हॉकी टीम को एशिया कप का खिताब दिलाने तथा रविवार को जापान के काकामिगाहरा में भारतीय महिला टीम द्वारा चीन को पेनल्टी शूट में हराने वाले सारण जिले के दाउदपुर थाना अंतर्गत बतराहां निवासी हरेंद्र सिंह भारतीय टीम के हॉकी में लगातार जीत के लिए खुद के साथ-साथ टीम के खिलाड़ियों कठोर परिश्रम अनुशासन तथा खेल के दौरान आपसी समन्वय को देते हैं.
उनका कहना है कि अबतक भारत को अपने कार्यकाल में 31 मेडल दिलवाया है. अब विश्वकप दिलाने के लिए खुद एवं खिलाड़ियों से कठोर परिश्रम कर विश्वकप जीतने के लिये तैयार करेंगे. मोबाइल पर बातचीत में उन्होंने एक बार फिर दोहराया की बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सिंह मिलकर बिहार में भी हॉकी की बेहतरी का प्रयास करेंगे जिससे राज्य के युवा हॉकी के प्रति आकर्षित हो. अपने राज्य बिहार के प्रति बेहद लगाव के कारण उनका कहना है कि बिहार में प्रतिभाओं की कमी नहीं उन्हें प्लेटफॉर्म देने की जरूरत है.
सरकार यदि चाहेगी तो हम भरपूर मदद करेंगे. हॉकी के राष्ट्रीय कोच हरेंद्र को वर्ष 2012 में द्रोणाचार्य पुरस्कार भी मिला है. इसके अलावा 1990 में महाराष्ट्र सरकार से छत्रपति शिवाजी अवार्ड, 2013 में बिहार विशिष्ट सम्मान, 2014-15 में बेस्ट हॉकी कोच ऑफ इंडिया, एचआइएफ कोर्च एडुकेटर अवार्ड, 2016 भी मिल चुका है. अबतक विश्व कप, एशिया कप या अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत को कई मेडल मिलने के पीछे आत्म विश्वास सबसे बड़ी वजह बताते है.