समस्तीपुर : मार्च से ही लोगों को गर्मी धमक सताने लगी है. मौसम के मिजाज को देखकर लोग चिंतित हैं कि इस बार कुछ अधिक गर्मी पड़ सकती है. तापमान को तेवर भी अभी से दिखने लगा है. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय,पूसा के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा केंद्र व भारत मौसम विज्ञान विभाग के द्वारा जारी मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक 2 अप्रैल तक अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है. इधर 26 मार्च से अधिकतम तापमान 35 व 36 डिग्री सेल्सियस के पार ही रह रहा है. 26 मार्च को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रहा, वहीं 27 मार्च को 36.8 डिग्री सेल्सियस रहा. 28 मार्च को 36.6 डिग्री सेल्सियस रहा.29 मार्च को 35.5 डिग्री सेल्सियस रहा. इधर भीषण गर्मी लू की संभावना को देखते हुये आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, समाज कल्याण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग, श्रम संसाधन विभाग, उर्जा विभाग, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, पंचायती राज विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, परिवहन विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग को अलर्ट मोड में रहने तथा भीषण गर्मी व लू से बचाव का उपाय सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. नगर विकास एवं आवास विभाग को शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक जगहों पर स्थानीय निकायों द्वारा प्याऊ की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है. क्षेत्र के खराब चापाकलों की मरम्मत युद्ध स्तर पर कराने को कहा है.
मौसम विभाग के मुताबिक दो अप्रैल तक अधिकतम तापमान के 38 डिग्री सेल्सियस तक जाने के आसार
स्वास्थ्य विभाग को सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, रेफरल अस्पतालों, सदर अस्पतालों, अनुमंडलीय अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों में लू से प्रभावित के इलाज के लिए विशेष व्यवस्था करने, आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को खराब पड़े चापाकलों की मरम्मत युद्ध स्तर पर कराने, जिन स्थानों पर नल का जल नहीं पहुंचता हो एवं चापाकलों में पानी की कमी हो गयी हो वहां आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा टैंकलोरी से पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जायेगी. शिक्षा विभाग को स्कूलों को सुबह की पाली में चलाने, सभी स्कूलों व परीक्षा केन्द्रों में पेयजल, ओआरएस की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है. सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पेयजल की समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है.केन्द्रों पर ओआरएस के घोल की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग को करानी है. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग को सरकारी ट्यूबबेल के समीप व सुविधा युक्त स्थानों पर गड्ढ़ा खुदवाकर पानी इकट्ठा करने को कहा गया है ताकि पशु पक्षियों को पानी मिल सके. लू चलने पर मनरेगा की कार्य अवधि सुबह 6 बजे से 11 बजे तथा अपराह्न 3:30 बजे से 6.30 बजे तक निर्धारित किये जायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है