समस्तीपुर : नयी दिल्ली से समस्तीपुर आ रही स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के पैंट्रीकार के संचालन में लापरवाही को लेकर गुरुवार को बड़ा मामला प्रकाश में आया है. 1100 किलोमीटर का सफर तय करके जो पेंट्री ठेकेदार ट्रेन लेकर आ रहा था. उसने संचालन के लिए आइआरसीटीसी के पास शुल्क जमा नहीं किया था. अवैध रूप से वह 35 दिनों से पैंट्रीकार चला रहा था. उसके शुल्क जमा करने की समय सीमा 14 अप्रैल को ही खत्म हो गई थी. इसके बाद लगातार वो पैंट्रीकार का संचालन कर रहा था. जांच के लिए जब एसीएम राजेश कुमार को यह लापरवाही नजर आयी, तो मामला प्रकाश में आया. इसके बाद आईआरसीटीसी की ओर से एरिया मैनेजर प्रमोद कुमार को तलब कर जांच शुरू की गई. इसमें आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर पीके चौधरी भी शामिल थे. इसके बाद पैंट्रीकार संचालक को बुलाकर पूछताछ शुरू की गई. कागजों की जांच में पता चला कि जहां सनसाइन मुख्य ठेकेदार का लाइसेंस 2026 तक था. वहीं पेटी ठेकेदार ने एलओसी के लिए परिचालन शुल्क ही जमा ही नहीं की थी. ऐसे में, एक तरह से अनधिकृत रूप से पैंट्री कार का संचालन किया जा रहा था. इसकी सूचना तत्काल आईआरसीटीसी के मुख्यालय को भी दी गई. वहीं एसीएम राजेश कुमार ने पैंट्रीकार के सभी सामान को जब्त करने का निर्देश दिया. कागजातों को भी जब्त किया गया. दूरभाष पर उन्होंने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए इस लापरवाही को लेकर जमकर क्लास लगायी. निरीक्षण के दौरान स्थानीय टीम पर भी उन्होंने इस लापरवाही बताया. इतने दिनों के बाद भी बगैर परिचालन शुल्क जमा किये हुए एलओसी के बगैर पैंट्रीकार का परिचालन किया जा रहा था. साथ ही यात्रियों को खानपान भी माहिया कराई जा रही थी. वहीं निरीक्षण के दौरान दो अवैध यात्री भी मिले. मौके पर मुख्य वाणिज्य निरीक्षक दिलीप कुमार, नंदन झा, रवि कुमार, वाणिज्य अधीक्षक बृजेश कुमार, मुख्य टिकट निरीक्षक अवधेश कुमार, एके मुकुल, टुनटुन राय आदि उपस्थित थे.
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